अपनों ने नहीं किया याद तो क्या कबूतर मिलने पहुंचा अस्पताल? जानें-तस्वीर की सच्चाई
रायपुर के डॉ उपेंद्र त्रिवेदी ने इस फोटो को सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के बाद लोगों से आग्रह किया कि वे परिवार के बुजुर्गों की सुध लें। यह तस्वीर छत्तीसगढ़ में रायपुर के किसी अस्पताल की नहीं है। इस फोटो की वास्तविकता कुछ और है।
By Arun Kumar SinghEdited By: Updated: Mon, 28 Sep 2020 08:50 PM (IST)
रायपुर, राज्य ब्यूरो। अस्पताल में बेड पर लेटे एक बुजुर्ग के ऊपर एक कबूतर बैठा है। छत्तीसगढ़ के डॉक्टरों से लेकर समाजसेवी तक इस फोटो को सोशल मीडिया में पोस्ट कर रहे हैं और लोगों को बुजुर्गो की सेवा के प्रति आगाह कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर लोगों ने बताया कि अस्पताल में बेड पर लेटे बुजुर्ग के ऊपर यह कबूतर बताता है कि उसे अपने लिए दाना लाने वाले की कितनी चिंता है। दरअसल, यह फोटो 19 अक्टूबर, 2013 को एथेंस के रेडक्रॉस अस्पताल के कार्डियोलॉजी वार्ड में आयोनिस प्रोटोनोटिज ने ली थी।
सोशल मीडिया पर बताया जा रहा है कि इस तस्वीर को एक नर्स ने अपने कैमरे में कैद कर सोशल मीडिया पर वायरल किया है, जबकि यह वास्तविकता नहीं है। लोगों ने बताया कि बुजुर्ग का घर अस्पताल के बगल में ही है। अस्पताल उस पार्क से सटा है, जहां बुजुर्ग रोज कबूतरों को दाना खिलाते थे। अब कबूतर रोज उनसे मिलने आ रहा है।
यह तस्वीर छत्तीसगढ़ में रायपुर के किसी अस्पताल की नहीं है। एक जिम्मेदार संस्थान होने के नाते पाठकों को खबर की वास्तविकता बताना आवश्यक है।
दरअसल, यह तस्वीर 19 अक्टूबर, 2013 को ग्रीस के एथेंस के रेडक्रॉस अस्पताल के कार्डियोलॉजी वार्ड में ली गई थी। यह फोटो आयोनिस प्रोटोनोटिज ने ली है। आयोनिस इस फोटो के फोटोग्राफर हैं। वहां आयोनिस के पिता एक मरीज के रूप में भर्ती थे। उनके पिता वायरल तस्वीर में दिख रहे व्यक्ति के साथ इस कमरे को साझा कर रहे थे। आयोनिस प्रोटोनोटिज ने बताया कि जैसा कि मैं अपने पिता के बिस्तर के बगल में बैठा था, तभी मैंने कबूतर को देखा, जो वायरल तस्वीर में दिख रहे व्यक्ति के ऊपर बैठा था। उस समय वह व्यक्ति सो रहा था। कबूतर काफी देर तक वहां बैठा रहा, इस दौरान आयोनिस ने अपने स्मार्टफोन के साथ यह तस्वीर ली थी।
डिस्क्लेमर: नए तथ्यों के सामने आने के बाद इस स्टोरी में तथ्यात्मक सुधार किया गया है। सोशल मीडिया पर कई यूजर्स इस तस्वीर को एक काल्पनिक कहानी के साथ शेयर कर रहे हैं। कहानी के अनुसार, यह कबूतर वो है जिसको यह मरीज दाना खिलाया करता था, इसलिए मरीज की चिंता में यह उसके पास जा बैठा। हालांकि, तस्वीर को खींचने वाले फोटोग्राफर के अनुसार, यह दावा एक कल्पना है। इस चूक के लिए हम आपने पाठकों से खेद जताते हैं।