IIT मद्रास के पूर्व छात्र ने संस्थान को दिए 110 करोड़ रुपये, AI और डेटा साइंस के लिए दी ये सलाह
IIT Madras वाधवानी ने कहा कि एआइ और सामाजिक प्रभाव से मेरा लगाव है। आईआईटी मद्रास में योगदान देना मेरे लिए सम्मान की बात है। उन्होंने कहा कि मुझे इन क्षेत्रों में मूलभूत और व्यावहारिक अनुसंधान पर ध्यान केंद्रित करने वाले एक डेटा साइंस और एआई स्कूल की आवश्यकता महसूस हुई। विज्ञान और प्रौद्योगिकी में प्रगति के साथ भारत में अपार संभावनाएं हैं।
आईएएनएस, चेन्नई। आईआईटी मद्रास के पूर्व छात्र सुनील वाधवानी ने मंगलवार को संस्थान में वाधवानी स्कूल आफ डेटा साइंस एंड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की स्थापना के लिए 110 करोड़ रुपये दिया। दुनिया भर में टॉप एआई केंद्रित स्कूलों में से एक वाधवानी स्कूल आफ डेटा साइंस और एआई का लक्ष्य सरकार और नीति निर्माताओं को डेटा विज्ञान और एआई-संबंधित नीति क्षेत्रों पर सलाह देना भी है।
डेटा साइंस और एआई स्कूल की आवश्यक
इस अवसर पर वाधवानी ने कहा कि एआइ और सामाजिक प्रभाव से मेरा लगाव है। आईआईटी मद्रास में योगदान देना मेरे लिए सम्मान की बात है। उन्होंने कहा कि मुझे इन क्षेत्रों में मूलभूत और व्यावहारिक अनुसंधान पर ध्यान केंद्रित करने वाले एक डेटा साइंस और एआई स्कूल की आवश्यकता महसूस हुई।
उन्होंने कहा कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी में प्रगति के साथ भारत में अपार संभावनाएं हैं। यह एआई और संबद्ध विज्ञान में विश्व में अग्रणी हो सकता है। उन्होंने कहा कि आईआईटी मद्रास मेरे जीवन में एक विशेष स्थान रखता है और मैं उनके साथ इस तरह से जुड़कर बहुत खुश हूं।