केरल में भारी बारिश की संभावना, छह जिलों में आरेंज तो बाकी जिलों के लिए जारी हुआ येलो अलर्ट
केरल के विभिन्न हिस्सों में शनिवार रात से भारी बारिश का सिलसिला शुरू हुआ था। इस कारण राज्य के कई बांधों में जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच गया है जबकि रविवार सुबह तक कई जगह सड़कों पर भी पानी भर गया था।
By Neel RajputEdited By: Updated: Mon, 15 Nov 2021 03:02 PM (IST)
तिरुअनंतपुरम, एएनआइ। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने सोमवार को केरल के छह जिलों में बारिश का आरेंज अलर्ट और बाकी जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। जिन जिलों में मौसम विभाग ने आरेंज अलर्ट जारी किया है उनमें एर्नाकुलम, इडुक्की, त्रिशूर, कोझीकोड, कन्नूर और कासरगोड शामिल हैं।
आईएमडी के अनुसार, बारिश के लिए आरेंज अलर्ट 6 सेमी से 20 सेमी बारिश के बीच बहुत भारी बारिश को दर्शाता है। येलो अलर्ट 6 से 11 सेंटीमीटर के बीच भारी बारिश का संकेत देता है जबकि रेड अलर्ट तब जारी किया जाता है जब 24 घंटों में 20 सेंटीमीटर से अधिक बारिश होने की संभावना होती है।
बता दें कि केरल के विभिन्न हिस्सों में शनिवार रात से भारी बारिश का सिलसिला शुरू हुआ था। इस कारण राज्य के कई बांधों में जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच गया है, जबकि रविवार सुबह तक कई जगह सड़कों पर भी पानी भर गया था। इन हालातों को देखते हुए लोगों से सतर्क रहने को कहा गया है। खासतौर से जो लोग नदी के किनारे पर रहते हैं। चूंकी मौसम विभाग ने राज्य में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। ऐसे में केरल में पेरियार नदी के दोनों किनारों पर रहने वाले लोगों को अधिक सतर्क रहने के लिए कहा गया है, क्योंकि अगले 24 घंटे में जलस्तर बढ़ने पर बांध के द्वार खोले जा सकते हैं।
आईएमडी बुलेटिन के मुताबिक, एक कम दबाव का क्षेत्र अरब सागर के मध्य क्षेत्र में बना हुआ है, जिसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की तरफ बढने और सोमवार यानी आज उत्तरी अंडमान सागर और उससे सटे दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर अच्छी तरह से चिन्नहित होने का अनुमान है। निम्न दबाव उसी दिशा में बढ़ता रहेगा और 17 नवंबर तक पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर तूफान में बदल जाएगा और 18 नवंबर तक दक्षिण आंध्र प्रदेश तट के पास पहुंचेगा। एक चक्रवाती तूफान दक्षिणी कर्नाटक और पड़ोसी उत्तर तमिलनाडु के आसपास स्थित है, और दूसरा दक्षिण-पूर्व अरब सागर पर स्थित है। आईएमडी बुलेटिन के मुताबिक, अरब सागर के ऊपर सर्कुलेशन अगले दो दिनों तक जारी रहने की उम्मीद है।