'ट्रूडो को मारने की धमकी पर लिया तुरंत एक्शन, लेकिन जब...', भारत की कनाडा को खरी-खरी
पिछले वर्ष कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा खालिस्तानी अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों का हाथ होने के आरोप के बाद से भारत और कनाडा के बीच संबंध काफी तनावपूर्ण हैं। इस बीच भारत ने गुरुवार को कनाडा से भारत विरोधी तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करने का आह्वान किया। विदेश मंत्रालय ने उम्मीद जताई हैं कि कनाडा भारत विरोधी तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करेगा।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। भारत ने एक बार फिर कनाडा में भारत विरोधी गतिविधियों को लेकर जस्टिन ट्रुडो सरकार से अपनी नाराजगी जाहिर की है। भारत ने साफ तौर पर कहा है कि कनाडा की सरकार भारत के हितों के खिलाफ करने वाले तत्वों पर कार्रवाई नहीं करती है। हाल ही में कनाडा की पुलिस ने दो ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया है जिन्होंने सोशल मीडिया पर पीएम ट्रुडो को मारने की धमकी थी लेकिन वहां के उन संगठनों पर कोई कार्रवाई नहीं होती जो पीएम नरेन्द्र मोदी व वहां भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों को मारने की धमकी देते हैं।
यहीं नहीं भारत की तरफ से पूर्व में कई बार मुद्दे को उठाने के बावजदू कनाडा में भारतीय मंदिरों को नुकसान पहुंचाने का घटनाक्रम भी जारी है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने इसकी निंदा की है और दोषियों के खिलाफ कदम उठाने का आग्रह किया है।
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— Randhir Jaiswal (@MEAIndia) July 25, 2024
'एक तरह की मुद्दों पर अलग अलग नजरिया'
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने पीएम ट्रुडो को धमकी देने वाले की गिरफ्तारी को लेकर कहा है कि, 'हमने यह रिपोर्ट देखी है। जब कोई लोकतंत्र एक ही तरह के मुद्दों पर अलग अलग नजरिया अपनाता है, एक तरफ कानून कार्रवाई करता है और जब दूसरी तरफ अभिव्यक्ति की आजादी की बात कही जाती है तो इससे सिर्फ वहां की दोहरी नीतियों का पता चलता है। हम उम्मीद करते हैं कि कनाडा की सरकार भारतीय नेताओं, संस्थानों या यहां के एयरलाइनों के खिलाफ कार्रवाई करेगी।''संबंधित अधिकारी दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी'
जायसवाल ने यह भी कहा कि, 'कनाडा में भारतीय मंदिर को फिर से नुकसान पहुंचाने के घटनाक्रम को वहां के अधिकारियों के समक्ष दिल्ली में और ओटावा में उठाया गया है। हम इसकी निंदा करते हैं। हम उम्मीद करते हैं कि संबंधित अधिकारी दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। यह दुख की बात है कि कनाडा में मंदिरों को नुकसान पहुंचाने की घटना लगातार हो रही है। इनके खिलाफ कार्रवाई नहीं होने से अपराधियों का मनोबल और बढ़ता जा रहा है। इनके खिलाफ कार्रवाई नहीं होने से कनाडा की बहुलवादी व्यवस्था को नुकसान हो रहा है।'