मणिपुर में बन रहे सबसे ऊंचे रेलवे पुल के निर्माण में तेजी
नार्थ ईस्ट फ्रंटियर रेलवे ने शनिवार को बताया कि उसने दुनिया के सबसे ऊंचे पुल के निर्माण की कवायद तेज कर दी है।
By Arun Kumar SinghEdited By: Updated: Sat, 08 Dec 2018 11:00 PM (IST)
गुवाहाटी, प्रेट्र। नार्थ ईस्ट फ्रंटियर रेलवे ने शनिवार को बताया कि उसने दुनिया के सबसे ऊंचे पुल के निर्माण की कवायद तेज कर दी है। मणिपुर में बन रहा 141 मीटर ऊंचा यह पुल यूरोप में बने 139 मीटर ऊंचे पुल को पीछे छोड़ देगा। इसके पिलर पहले ही बनाए जा चुके हैं।
दरअसल, अभी तक पूर्वोत्तर के सिर्फ तीन राज्य अरुणाचल प्रदेश, असम और त्रिपुरा ही रेलमार्ग से जुड़ सके हैं। अब बाकी के पूर्वोत्तर राज्यों मणिपुर, मिजोरम, मेघालय, सिक्किम और नगालैंड की राजधानियों को रेलमार्ग से जोड़ने की कवायद के तहत ही यह सबसे ऊंचा पुल बनाया जा रहा है। यह पुल मणिपुर में 111 किलोमीटर लंबे जिरीबाम-तुपुल-इंफाल के बीच बिछाई जा रही नई ब्राड गेज लाइन के तहत बनाया जा रहा है।ब्रिज की कुल लंबाई 703 मीटर है। इस परियोजना के तहत कुल 45 सुरंग बनाई जानी हैं। 10.80 किलोमीटर की 12 नंबर सुरंग सबसे लंबी होगी। यह पूर्वोत्तर के राज्यों में सबसे लंबी रेल सुरंग होगी। ओझा ने बताया कि हाइड्रोलिक के माध्यम से पुल के खंभों को बनाया जा रहा है।
वहीं सबसे लंबे खंभे को बनाने के लिए विशेष रूप से डिजाइन की गई 'स्लिप फार्म' तकनीक अपनाई गई है। जहां तक स्टील गर्डर की बात है तो इन्हें कार्यशाला में बनाया जा रहा है। टुकड़ों में परियोजना स्थल तक पहुंचाने के बाद इन्हें कैंटिलीवर की सहायता से वहां स्थापित किया जा रहा है। राष्ट्रीय परियोजना के रूप में इस प्रोजेक्ट के महत्व को देखते हुए पिछले तीन सालों के दौरान इसके निर्माण में तेजी लाई गई है।