Operation Kaveri: सफल हुआ भारत का 'ऑपरेशन कावेरी', इस तरह सूडान में फंसे 3,862 भारतीय वतन लौटे
भारत ने अपने नागरिकों को बचाने के लिए ऑपरेशन कावेरी सफलतापूर्वक खत्म कर लिया है। सूडान में चल रहे संघर्ष के बीच भारत ने अन्य देशों की मदद से अपने 3862 नागरिकों देश से बाहर निकाल लिया है। विदेश मंत्री ने इसके लिए मदद करने वाले देशों की सराहना की है।
By Gurpreet CheemaEdited By: Gurpreet CheemaUpdated: Sat, 06 May 2023 09:56 AM (IST)
नई दिल्ली, एजेंसी। सूडान में चल रहे संघर्ष के बीच भारत ने ऑपरेशन कावेरी शुक्रवार को पूरा कर लिया है। ये ऑपरेशन यहां फंसे नागरिकों को बचाने के लिए शुरू किया गया था। भारतीय वायुसेना के विमान ने 47 यात्रियों को घर लाने के लिए अपनी अंतिम उड़ान भरी।
24 अप्रैल को शुरू किया गया ऑपरेशन कावेरी
भारत की तरफ से सूडान से अपने नागरिकों को निकालने के लिए 24 अप्रैल को ऑपरेशन कावेरी शुरू किया गया था। ऑपरेशन कावेरी उस समय शुरू किया गया जब सूडान में सेना और एक अर्धसैनिक समूह के बीच घातक लड़ाई देखी गई। इसकी वजह से स्थानीय लोगों समेत भारत के नागरिकों पर भी खतरा मंडरा रहा था। भारतीयों की सुरक्षा को देखते हुए भारत सरकार ने ये फैसला लिया।
3,862 लोगों को वापस भारत लाया गया
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि शुक्रवार को भारतीय वायुसेना के सी130 विमान के पहुंचने के साथ ऑपरेशन कावेरी के जरिए 3,862 लोगों को सूडान से बाहर निकाला गया है। उन्होंने कहा कि भारतीय वायु सेना की ओर से 17 उड़ानें संचालित की गईं और भारतीय नौसेना के जहाजों ने पोर्ट सूडान से सऊदी अरब में जेद्दा तक भारतीयों को स्थानांतरित करने के लिए पांच उड़ानें भरीं।जयशंकर ने कहा कि सूडान की सीमा से लगे देशों के जरिए 86 भारतीयों को निकाला गया। उन्होंने कहा, "वाडी सैय्यदना से उड़ान जिसे बड़े जोखिम में अंजाम दिया गया था, वे भी मान्यता का पात्र है," उन्होंने कहा कि जेद्दा से लोगों को घर लाने के लिए वायु सेना और वाणिज्यिक उड़ानों को सेवा में लगाया गया था।
सऊदी अरब, चाड, मिस्र, फ्रांस जैसे देशों ने की मदद
जयशंकर ने सूडान से बचाए गए भारतीयों की मेजबानी करने और निकासी प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने के लिए सऊदी अरब का भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने चाड, मिस्र, फ्रांस, दक्षिण सूडान, संयुक्त अरब अमीरात, ब्रिटेन, अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र के समर्थन की भी सराहना की है।सऊदी अरब से की गई बचाव प्रयासों की निगरानी
उन्होंने कहा, "विदेश में सभी भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिबद्धता हमारी प्रेरणा थी।" जयशंकर ने केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन की भी सराहना की, जो बचाव प्रयासों की निगरानी के लिए सऊदी अरब में मौजूद थे।उन्होंने कहा कि मैदान पर मुरलीधरन की मौजूदगी ताकत और आश्वासन का स्रोत थी। रियाद में भारतीय दूतावास ने सूडान से निकाले गए लोगों के लिए जेद्दा में इंटरनेशनल इंडियन स्कूल में बनाई गई पारगमन सुविधा को बंद करने की भी घोषणा की।
दूतावास ने ट्विटर पर कहा, इस सुविधा ने 3,500 से अधिक लोगों को आराम प्रदान किया और भारत में उनके आगे बढ़ने की योजना बनाने के लिए नर्व सेंटर के रूप में काम किया। विदेश मंत्री ने इसके अलावा ये भी कहा कि ऑपरेशन कावेरी में शामिल सभी लोगों की भावना, दृढ़ता और साहस की सराहना करनी चाहिए।सूडान में हमारे दूतावास ने इस कठिन समय में हमारी काफी मदद की। साथ ही सऊदी अरब में तैनात टीम इंडिया और भारत में समन्वय करने वाले एमईए रैपिड रिस्पांस सेल के प्रयास सराहनीय थे।