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अधूरी नींद शरीर ही नहीं दिमाग की सेहत के लिए भी खतरा, रिसर्च में आया सामने, पढ़ें कैसे

एक शोध में सामने आया है कि यदि आप भरपूर नींद नहीं लेते हैं तो ये आपके शरीर को ही नहीं बल्कि आपके दिमाग को भी नुकसान पहुंचाती है।

By Vinay TiwariEdited By: Updated: Sun, 09 Jun 2019 12:35 PM (IST)
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अधूरी नींद शरीर ही नहीं दिमाग की सेहत के लिए भी खतरा, रिसर्च में आया सामने, पढ़ें कैसे

नई दिल्ली [जागरण स्पेशल]। यदि आप पूरी नींद नहीं लेती है तो ये आपके दिमाग के लिए खतरनाक है। अधूरी नींद शरीर ही नहीं दिमाग के लिए भी खतरा है। अधूरी नींद शरीर ही नहीं दिमाग की सेहत के लिए भी खतरा हो सकती है। अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ एरिजोना के दी रैमसे ने कहा कि कॉलेज जाने वाले छात्रों पर अपर्याप्त नींद से पड़ने वाला असर वाकई चौंकाने वाला है। अपर्याप्त नींद के साथ बीती हर रात दिमागी सेहत पर दुष्प्रभाव की आशंका बढ़ा देती है। इस शोध के मुताबिक, पर्याप्त नींद नहीं लेने वाले छात्रों व एथलीट में एंजाइटी (चिंता), खुद को नुकसान पहुंचाने और खुदकशी करने जैसे विचार पैदा हो सकते हैं।  

शोधकर्ताओं का कहना है कि नींद पूरी न होने से छात्रों की पढ़ाई भी प्रभावित होती है। इसीलिए छात्रों को चाहिए कि वह पूरी नींद लें। यूनिवर्सिटी ने अपने इस अध्ययन में एक लाख दस हजार 496 छात्रों को शामिल किया थाा, जिनमें 8,462 बच्चे एथलीट भी थे। इस शोध में पाया गया कि अपर्याप्त नींद से मूड खराब होने की आशंका 21 फीसद, निराशा व क्रोध की आशंका 24 फीसद, चिंता बढ़ने व खुद को नुकसान पहुंचाने की आशंका 25 फीसद और आत्महत्या का विचार आने की आशंका 28 फीसद तक बढ़ जाती है।

कम नींद लेने से क्या होता है नुकसान  

डॉक्टर गौरव गुप्ता का कहना है कि यदि आप पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं तो आपको कई तरह की बीमारियां भी लग सकती हैं। नींद पूरी न होने का असर सेहत पर भी पड़ता है। डॉक्टरों का कहना है कि नींद की कमी का नकारात्मक असर आपके दिमाग पर भी पड़ता है। उन्होंने बताया कि अगर आप पर्याप्त मात्रा में नींद नहीं ले पा रहे हैं तो इससे आपकी दिमागी क्षमता कम हो जाती है।  

नींद पूरी नहीं होने से दिमाग को पर्याप्त आराम नहीं मिल पाता जिससे उसकी कार्यक्षमता प्रभावित होती है। नींद पूरी न होने पर दिमाग अनावश्यक विचारों और भावों को समाप्त नहीं कर पाता जो कि दिमाग की सफाई की तरह है। नींद दिमाग के लिए पोषण का काम करती है और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाती है, जिससे अच्छी नींद लेने के बाद आप ताजगी महसूस करते हैं। लेकिन पर्याप्त नींद नहीं होने पर आप मानसिक भारीपन का शि‍कार होते हैं। पूरी और अच्छी नींद लेने वाले लोगों की तुलना में लगातार कम नींद लेने वाले लोग जल्दी और अधि‍क तनाव की चपेट में आते हैं।

नींद पूरा करना बहुत जरूरी

दरअसल आज के समय में निजी नौकरी और अन्य तरह की भागदौड़ में लोगों के पास सोने का समय कम रह जाता है, लोग देर रात तक काम करते हैं मगर भरपूर नींद नहीं ले पाते हैं। सुबह जल्दी उठकर स्कूल, कॉलेज या ऑफिस के लिए निकल जाते हैं, ऐसे में नींद पूरी ना होना लाजिमी है, मगर उनको इस बात का अहसास नहीं होता कि यदि नींद पूरी नहीं की तो दूसरी बीमारियों के शिकार हो जाएंगे। 

अधूरी नींद के नुकसान

डॉक्टर राजीव रंजन का कहना है कि नींद पूरी ना होने से शरीर केे हार्मोन असंतुलित हो जाते हैं। इसकी वजह से व्यक्ति को हाई कैलोरी फूड खाने का मन करता है और अनहेल्दी खाना खाने से स्वास्थ्य तो खराब होता ही है साथ ही वजन भी बढ़ता है। यदि आप रोजाना अधूरी नींद ले रहे हैं तो आप जल्दी ही दिल की बीमारियों के शिकार हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि कम नींद की वजह से हार्ट अटैक, हाई ब्लड प्रेशर, स्टोक, हार्ट फेलियर जैसी बीमारी की आशंका बढ़ जाती है। 

इसके अलावा कई अन्य तरह की भी बीमारियां हो जाती हैं जैसे टेस्टोस्टेरॉन हार्मोन की वजह से ही महिलाओं और पुरुषों में शारीरिक संबंध बनाने की इच्छा जागती है। सोने से टेस्टोस्टेरॉन का लेवल बढ़ जाता है लेकिन नींद की समस्या है तो ये आपकी सेक्स ड्राइव को भी कम कर सकती है। नींद की कमी से धुंधला दिखना, डबल दिखना या ऑब्जेक्ट का थोड़ा सा ही हिस्सा देख पाना जैसी समस्याएं शुरु हो जाती है। इसके अलावा यदि आपकी नींद पूरी नहीं हो पा रही है तो आपको स्किन की भी समस्या हो जाएगी। कम नींद से स्किन पर पराबैंगनी किरणों से हुआ डैमेज भी जल्दी ठीक नहीं होता है और ऐसे लोगों के चेहरे पर बुढ़ापा जल्दी दिखने लगता है।  

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