Independence Day 2023: 'मेरे परिवारजनों...', अपने डेढ घंटे के भाषण में PM मोदी ने 26 बार जिक्र किया
Independence Day 2023 इस साल पीएम मोदी लगातार 10वीं बार लाल पर तिरंगा फहराया है और इस समय देश को संबोधित कर रहे हैं। पीएम ने यह संबोधन बेहद खास है क्योंकि अमूमन पीएम मोदी अपने संबोधन में देशवासियों शब्द का इस्तेमाल करते हैं लेकिन इस बार पीएम ने लगातार परिवारजन शब्द इस्तेमाल कर रहे हैं। वो अपने संबोधन में कई बार मेरे परिवारजनों शब्द का इस्तेमाल कर रहे हैं।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित किया। इस साल पीएम मोदी लगातार 10वीं बार लाल पर तिरंगा फहराया है। पीएम मोदी का यह संबोधन बेहद खास है, क्योंकि अमूमन पीएम मोदी अपने ,संबोधन में देशवासियों शब्द का इस्तेमाल करते हैं लेकिन इस बार पीएम मोदी ने लगातार परिवारजन शब्द इस्तेमाल किया। डेढ घंटे के भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने इस बार 'मेरे परिवारजनों' शब्द का 26 बार जिक्र किया।
उन्होंने कहा,"मेरे परिवारजन पूज्य बापू के नेतृत्व में जिन लोगों ने बलिदान दिए, ऐसे अनगिनत वीरों को मैं नमन करता हूं। उस पीढ़ी में शायद ही कोई व्यक्ति होगा, जिसने अपना योगदान न दिया होगा। जिन जिन ने योगदान दिया है, बलिदान दिया है, त्याग किया है, तपस्या की है। उन सभी को आदर पूर्वक नमन करता हूं।
पीएम मोदी ने आगे कहा,"इस बार प्राकृतिक आपदा ने देश के कई हिस्सों में अकल्पनीय संकट पैदा कर दिया है. मैं इसका सामना करने वाले सभी परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।"
पीएम मोदी ने कई बार 'परिवारजनों' शब्द का किया इस्तेमाल
पीएम मोदी ने संबोधन की शुरुआत में कहा,"इतना बड़ा देश, 140 करोड़ मेरे भाई-बहन, मेरे परिवारजन आज आजादी का पर्व मना रहे हैं। मैं देश के कोटि-कोटि जनों को, देश और दुनिया में भारत को प्यार करने वाले, भारत का सम्मान करने वाले कोटि-कोटि जनों को इस महान पर्व की अनेक-अनेक शुभकामनाएं देता हूं। देश की आजादी की जंग में जिस-जिस ने बलिदान दिया है, त्याग किया है, तपस्या की है, मैं उन्हें आदरपूर्वक नमन, उनका अभिनंदन करता हूं।"
पीएम मोदी ने वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम का किया जिक्र
उन्होंने कहा,"मेरे परिवारजनों आजतक भारत के जो बॉर्डर विलेज हैं, वो अब वाइब्रेंट बॉर्डर विलेज शुरू किए हैं. उसे अभी तक देश का आखिरी गांव कहा जाता था., लेकिन अब वो देश का पहला गांव है। सीमावर्ती 600 गांवों के प्रधान आज लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम का हिस्सा बनने आए हैं।