'गेंद हमारे पाले में, मौका नहीं छोड़ना चाहिए...' यहां पढ़ें लालकिले की प्राचीर से PM मोदी की बड़ी बातें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 15 अगस्त को दिल्ली के लाल किले से राष्ट्र को संबोधित कर रहे हैं। अपने संबोधन के दौरान उन्होंने देश के कई महत्वपूर्ण मुद्दों का जिक्र किया है। पीएम मोदी ने अपने संबोधन के शुरुआत में ही मणिपुर हिंसा का जिक्र किया है। पीएम मोदी ने अपने संबोधन के दौरान कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर देशवासियों का ध्यान अपनी ओर खींचा है।
By AgencyEdited By: Piyush KumarUpdated: Tue, 15 Aug 2023 08:10 AM (IST)
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। PM Modi Speech from Red Fort। आज भारत अपना 77वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। पीएम मोदी 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दिल्ली के लाल किले से राष्ट्र को संबोधित कर रहे हैं। लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने देश के कई महत्वपूर्ण मुद्दों का जिक्र किया है।
पीएम मोदी ने कहा, "दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र और अब जनसंख्या के मामले में भी अग्रणी देश। इतना बड़ा देश, मेरे परिवार के 140 करोड़ सदस्य आज स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं ।"
पीएम मोदी ने मणिपुर हिंसा का किया जिक्र
पीएम मोदी (PM Modi Speech) ने अपने संबोधन के शुरुआत में ही मणिपुर हिंसा का जिक्र किया। उन्होंने कहा,"मैं भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अपना योगदान देने वाले सभी बहादुरों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। पीएम मोदी ने कहा, पिछले दिनों में मणिपुर में हिंसा का दौर चला। मां बेटियों के सम्मान से खिलवाड़ हुआ, लेकिन आज देश मणिपुर के लोगों के साथ है।प्राकृतिक आपदा से प्रभावित लोगों को पीएम ने किया याद
पीएम मोदी ने आगे कहा,"इस बार प्राकृतिक आपदा ने देश के कई हिस्सों में अकल्पनीय संकट पैदा कर दिया है। मैं इसका सामना करने वाले सभी परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।" उन्होंने आगे कहा,"आज हमारे पास जनसांख्यिकी, लोकतंत्र और विविधता है - ये तीनों मिलकर देश के सपनों को साकार करने की क्षमता रखते हैं।देश के सामने एक बार फिर अवसर: पीएम मोदी
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा," 'मैं पिछले 1000 वर्षों के बारे में बात कर रहा हूं क्योंकि मैं देख रहा हूं कि देश के सामने एक बार फिर अवसर है... हम इस युग में क्या करते हैं, हम क्या कदम उठाते हैं और एक के बाद एक जो निर्णय लेते हैं आने वाले 1000 वर्षों में देश का स्वर्णिम इतिहास अंकुरित होगा। पीएम मोदी ने कहा, हमने अलग आयुष मंत्रालय बनाया। आज योग और आयुष अलग परचम लहरा रही है। मत्स्य पालन हमारे कोटि कोटि मछुआरों का कल्याण भी हमारे मन में है। इसलिए हमने अलग मंत्रालय की रचना की।ताकि समाज के लोग पीछे रह गए, उन्हें भी साथ ले सकें।
उन्होंने आगे कहा,"देश के कोने कोने में हमने अलग सहकारिता मंत्रालय बनाया। ताकि गरीब से गरीब की सुनवाई वहां हो। ताकि वह भी राष्ट्र के योगदान में हिस्सा दे सके। हमने सहकार्य से योगदान का रास्ता निभाया है।