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Independence Day 2024: पीएम मोदी लाल किले से आज 11वीं बार देश को करेंगे संबोधित, अब तक के 10 भाषणों की क्या रही खास बातें?

Independence Day 2024 PM Modi Speech प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को देश के 78वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से 11वीं बार देश को संबोधित करेंगे। इससे पहले 10 संबोधनों में पीएम कई बड़े एलान और अहम घोषणाएं कर चुके हैं। जानिए पीएम मोदी के अब तक के स्वतंत्रता दिवस के भाषणों की क्या रही हैं खास बातें।

By Jagran News Edited By: Sachin Pandey Updated: Thu, 15 Aug 2024 12:05 AM (IST)
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बतौर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह लाल किले से लगातार 11वां भाषण है। (File Image)

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत के 78वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से एक बार फिर देश को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री के रूप में स्वतंत्रता दिवस पर पीएम का यह लगातार 11वां भाषण होगा।

इससे पहले 10 साल के भाषणों में उन्होंने कई अहम घोषणाएं लाल किले से की हैं और कई अहम अभियानों की शुरूआत की है। आइए नजर डालते हैं पीएम मोदी के स्वतंत्रता दिवस को दिए गए अब तक के भाषणों की महत्वपूर्ण बातें।

2014: पीएम ने बताया था खुद को प्रधान सेवक

साल 2014 में पहली बार प्रधान मंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद स्वतंत्रता दिवस के अपने पहले संबोधन में पीएम मोदी ने खुद को देश का प्रधान सेवक बताया था। उन्होंने कहा था कि देश का हर व्यक्ति अगर एक कदम आगे बढ़ाएगा तो पूरा देश मिलकर 140 करोड़ कदम आगे बढ़ाएगा। पीएम ने अपने पहले ही भाषण में जन-धन योजना शुरू करने की घोषणा की थी, जिसके तहत प्रत्येक नागरिकों को बैंकिंग व्यवस्था से जोड़ने के लिए उनके बैंक खाते खुलवाए जाने थे।

इसके अलावा पीएम ने 2014 में ही महात्वकांक्षी स्वच्छ भारत अभियान शुरू करने की घोषणा की थी। पीएम ने देश के सभी स्कूलों में लड़कियों के लिए अलग से शौचालय बनाने पर जोर दिया था, ताकि उन्हें बीच में ही स्कूल छोड़ने के लिए मजबूर न होना पड़े।

2015: सभी गावों में बिजली पहुंचाने का एलान

पीएम ने 2015 में अपने दूसरे स्वतंत्रता दिवस के भाषण में कई इलाकों में बिजली न होने की बात कही थी और कहा कि उनकी सरकार अगले 1000 दिनों में उन 18,500 गांवों में बिजली पहुंचाएगी, जहां बिजली नहीं है। साथ ही पीएम ने बताया था कि काले धन और विदेशी संपत्ति कानून की अनुपालन खिड़की के तहत 6500 करोड़ रुपये का खुलासा किया गया था।

पीएम मोदी ने 2015 में जूनियर लेवल भर्ती के लिए होने वाले साक्षात्कार के नियम पर भी सवाल उठाए थे और संबंधित विभागों से नियम को जल्द समाप्त करने और पारदर्शी एवं ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से भर्ती करने का बढ़ावा देने का आह्वान किया।

2016: स्वतंत्रता सेनानियों की पेंशन बढ़ाने की घोषणा

पीएम मोदी ने 2016 के भाषण में घोषणा की कि सरकार ने स्वतंत्रता सेनानियों के लिए पेंशन 20 प्रतिशत बढ़ाने का फैसला किया है। साथ ही पीएम ने कहा कि गरीबी रेखा से नीचे के परिवारों के लिए सरकार प्रति वर्ष 1 लाख रुपये तक का खर्च वहन करेगी, ताकि उनकी स्वास्थ्य देखभाल की जरूरतों का ध्यान रखा जा सके।

साथ ही पीएम ने बलूचिस्तान और पीओके के लोगों को धन्यवाद देते हुए कहा था कि पिछले कुछ दिनों में जिस तरह से बलूचिस्तान, गिलगित, पाक अधिकृत कश्मीर के लोगों ने मुझे धन्यवाद दिया है, ये भारत के सवा सौ करोड़ लोगों का सम्मान है। मैं बलूचिस्तान, गिलगित और पाक अधिकृत कश्मीर के उन लोगों को धन्यवाद देता हूं।

2017: तंत्र लोक से नहीं, लोक से तंत्र चलेगा

पीएम मोदी ने 2017 के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर काला धन के खिलाफ सरकार की कार्रवाई के बारे में बताते करते हुए कहा था कि वर्षों से बेनामी संपत्ति रखने वालों के लिए कोई कानून पारित नहीं किया गया था, लेकिन हाल ही में बेनामी अधिनियम पारित होने के बाद बहुत कम समय के भीतर सरकार ने 800 करोड़ रुपये की बेनामी संपत्ति जब्त कर ली है।

साथ ही प्रधानत्री मोदी ने कहा था कि लोग स्थापना के पीछे प्रेरक शक्ति होंगे, न कि इसके विपरीत। उन्होंने कहा था, 'तंत्र से लोक नहीं, लोक से तंत्र चलेगा।' उन्होंने देश भर में बढ़ते डिजिटल लेनदेन पर बात की और नागरिकों से कम नकदी वाली अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ने का आह्वान किया था।

2018: जीएसटी की शुरुआत की सराहना

2018 के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पीएम मोदी ने जीएसटी की शुरूआत की सराहना करते हुए कहा था कि 70 वर्षों की अवधि के लिए अप्रत्यक्ष कर अधिकारी 70 लाख राजस्व जुटाने में सक्षम थे, लेकिन जीएसटी लागू करके हम एक साल के अंदर 16 लाख का राजस्व जुटाया है। पीएम ने लाल किले की प्राचीर से बताया था कि 2013 तक प्रत्यक्ष कर दाता केवल 4 करोड़ लोग थे, जिसकी संख्या दोगुनी होकर 7.25 करोड़ हो गई है।

साथ ही पीएम मोदी ने इस दौरान प्रधानमंत्री जन आरोग्य अभियान के शुभारंभ की तारीख की भी घोषणा की थी, जिसके अनुसार इसे 25 सितंबर को पंडित दीन दयाल उपाध्याय की जयंती के अवसर पर शुरू किया जाना था। इस योजना के माध्यम से माध्यमिक और तृतीयक देखभाल अस्पताल में भर्ती के लिए प्रति वर्ष प्रति परिवार 5 लाख रुपये तक का कवर प्रदान करने का प्रावधान है।

2019: बढ़ती जनसंख्या पर पीएम ने जताई थी चिंता

लोकसभा चुनाव 2019 में दोबारा सत्ता में चुनकर आने के बाद दूसरे कार्यकाल का यह पीएम मोदी का पहला भाषण था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि नई सरकार को अभी 10 सप्ताह भी पूरे नहीं हुए हैं, लेकिन इतने कम समय में हमने हर क्षेत्र में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। पीएम मोदी ने दूसरी बार पीएम बनने के बाद अपने पहले भाषण में कहा कि अनुच्छेद 370 और 35ए को हटाया जाना सरदार पटेल के सपने को साकार करने की दिशा में एक कदम है।

साथ ही पीएम ने भाषण में तीन तलाक खत्म होने की जरूरत पर भी जोर दिया था। उन्होंने कहा था कि अगर हम सती प्रथा, कन्या भ्रूण हत्या और दहेज के खिलाफ कदम उठा सकते हैं तो तीन तलाक के खिलाफ क्यों नहीं। तीन तलाक खत्म होने से मुस्लिम महिलाओं को बेहतर जीवन जीने में मदद मिलेगी।

2019 के भाषण में पीएम ने जनसंख्या विस्फोट पर भी चिंता व्यक्त की थी। उन्होंने कहा था कि एक मुद्दा है जिसे वह आज उजागर करना चाहते हैं, वह है जनसंख्या विस्फोट। उन्होंने कहा कि हमें सोचने की जरूरत है कि क्या हम अपने बच्चों की आकांक्षाओं के साथ न्याय कर सकते हैं? पीएम ने कहा कि जनसंख्या विस्फोट पर अधिक चर्चा और जागरूकता की जरूरत है।

2020: पीएम ने की कोरोना योद्धाओं की तारीफ

2020 में स्वतंत्रता दिवस के वक्त पूरी दुनिया समेत भारत भी कोरोना महामारी के संकट से जूझ रहा था। इस दौरान पीएम ने अपने भाषण में कहा था कि हम एक असाधारण स्थिति से गुजर रहे हैं। आज बच्चे , भारत का उज्ज्वल भविष्य, मेरे सामने नहीं हैं। क्यों? ऐसा इसलिए है क्योंकि कोरोना ने सभी को रोक दिया है।

पीएम ने कहा था कि कोरोना के इस काल में वह लाखों डॉक्टरों, नर्सें, सफाई कर्मचारी, एम्बुलेंस ड्राइवर और अनय कोरोना योद्धाओं को सलाम करते हैं। साथ ही पीएम ने लाल किले से एलान किया था कि उनकी सरकार ने 1000 दिन के अंदर गांवों को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ने का काम पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।

भाषण में पीएम मोदी ने ने बुनियादी ढांचा क्षेत्र को प्रोत्साहन देने की भी घोषणा की थी। उन्होंने कहा कि था कि सरकार, राष्ट्रीय अवसंरचना पाइपलाइन (एनआईपी) परियोजना की मदद से तेज विकास के लिए बुनियादी ढांचे को प्राथमिकता दे रही है। एनआईपी में 110 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया जाएगा।

2021: गति शक्ति योजना शुरू करने की घोषणा

स्वतंत्रता दिवस 2021 के मौके पर पीएम मोदी ने बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए समग्र और एकीकृत दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया था। उन्होंने इस दौरान जल्द ही राष्ट्रीय मास्टर प्लान या गति शक्ति लॉन्च करने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि 100 लाख करोड़ रुपये से अधिक की इस योजना से लाखों युवाओं के लिए रोजगार के नये अवसर उपलब्ध होंगे।

इसके अलावा पीएम ने एलान किया था कि कुपोषण के खिलाफ लड़ाई में और गरीबों को बेहतर पोषण मुहैया कराने के लिए सरकार ने फोर्टिफाइड चावल बांटने का फैसला किया है। उन्होंने अपने भाषण में वैज्ञानिकों की भी सराहना की और कहा कि भारत मेक इन इंडिया के तहत दो कोविड वैक्सीन विकसित करने और दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन अभियान चलाने में सक्षम है।

2022: आजादी का अमृत महोत्सव

केंद्र सरकार ने 2022 में आजादी की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर आजादी का अमृत महोत्सव मनाने का फैसला किया था। इसे लेकर पीएम मोदी ने लाल किले से दिए अपने भाषण में कहा था कि हर जिले में 75 अमृत सरोवर बनाने के अभियान के साथ आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा, 'हर गांव से लोग इस अभियान से जुड़ रहे हैं और अपनी सेवाएं दे रहे हैं। लोग अपने प्रयासों से अपने-अपने गांवों में जल संरक्षण के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चला रहे हैं।'

इसके अलावा पीएम मोदी ने घोषणा की कि 75 वंदे भारत ट्रेनें, जो स्वदेशी सेमी-हाई स्पीड रेल हैं, 75 सप्ताह में देश के विभिन्न हिस्सों को जोड़ेंगी। पीएम ने बिजली और नल कनेक्शन देने की गति में तेजी का उल्लेख करते हुए कहा था कि इतने कम समय में 2.5 करोड़ लोगों को बिजली कनेक्शन देना कोई छोटा काम नहीं था, लेकिन देश ने ये कर दिखाया। आज देश तेजी से लाखों परिवारों के घरों तक नल से जल पहुंचा रहा है। भारत में आज खुले में शौच से मुक्ति संभव हो गई है।

2023: आजादी के 100वें साल तक विकसित भारत बनाने का लक्ष्य

प्रधानमंत्री मोदी ने आखिरी स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कहा था कि उन्हें विश्वास है कि 2047 में जब भारत अपनी आजादी के 100 साल पूरे करेगा तो यह एक विकसित राष्ट्र होगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह मोदी की गारंटी है कि भारत अगले पांच वर्षों में तीसरी सबसे बड़ी वैश्विक अर्थव्यवस्था बन जाएगा।

उन्होंने इस दौरान भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई का आह्वान करते हुए कहा था कि इसने भारत की क्षमता को बुरी तरह प्रभावित किया है और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ते रहना उनकी जीवन भर की प्रतिबद्धता है। पीएम ने दावा किया कि पांच साल में 13.5 करोड़ से अधिक गरीब लोग गरीबी से बाहर आकर मध्यम वर्ग का हिस्सा बन गए।