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भारत-अमेरिका इजरायल-हमास युद्ध के असर पर करेंगे चर्चा, नई दिल्ली में 9 व 10 नवंबर को वैश्विक मुद्दों पर होगी बैठक

भारत और अमेरिका मौजूदा समय में वैश्विक तनाव के बीच नई दिल्ली में 9 और 10 नवंबर को 2+2 बैठक करेंगे। इजरायल और हमास के युद्ध के चलते पश्चिम एशिया में उत्पन्न हालात को देखते हुए दोनों देशों के नेता वैश्विक और क्षेत्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर बातचीत करेंगे। इस बार की वार्ता में रूस और यूक्रेन युद्ध के प्रभाव पर भी विचार-विमर्श होने की पूरी संभावना है।

By Sonu GuptaEdited By: Sonu GuptaUpdated: Mon, 23 Oct 2023 05:00 AM (IST)
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भारत और अमेरिका नई दिल्ली में करेंगे 2+2 बैठक। फाइल फोटो।

एएनआई, नई दिल्ली। भारत और अमेरिका मौजूदा समय में वैश्विक तनाव के बीच नई दिल्ली में 9 और 10 नवंबर को 2+2 बैठक करेंगे। अमेरिकी रक्षा मंत्री लायड जे. आस्टिन और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन क्रमश: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर से वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर बातचीत करेंगे।

इजरायल-हमास युद्ध के असर पर होगी चर्चा

इजरायल और हमास के युद्ध के चलते पश्चिम एशिया में उत्पन्न हालात को देखते हुए दोनों देशों के नेता वैश्विक और क्षेत्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर बातचीत करेंगे। केंद्र सरकार के सूत्रों ने रविवार को बताया कि वर्ष 2018 से 2+2 की मंत्रिस्तरीय बैठक हर साल होती आ रही है। अधिकांशत: इन बैठकों में दोनों देशों के विदेश मंत्री और रक्षा मंत्री ही शामिल होते हैं। आमतौर पर इन बैठकों का मकसद चिंता के साझा मुद्दों पर चर्चा करना होता है। नवंबर में होने वाली वार्ता इस क्रम की पांचवीं वार्ता होगी।

सामरिक मुद्दों को सशक्त बनाने के लिए बातचती करेंगे दोनों देश

भारत और अमेरिका सामरिक मुद्दों को और सशक्त बनाने के लिए बातचीत करते हैं। इस बार की वार्ता में रूस और यूक्रेन युद्ध के प्रभाव पर भी विचार-विमर्श होने की पूरी संभावना है। इसके अलावा, भारत और चीन के बीच लगातार चार साल से जारी तनातनी पर भी दोनों पक्ष बातचीत कर सकते हैं। अमेरिकी रक्षा मंत्री लायड आस्टिन के भारत के एक प्रमुख सैन्य अड्डे का दौरा करने की भी संभावना है। अमेरिकी दौरे के दौरान अमेरिकियों ने भी भारत के रक्षा मंत्री को एक अहम सैन्य बेस पर आमंत्रित किया था।

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कई मुद्दों पर हो सकता है समझौता

वार्ता के दौरान अमेरिकी पक्ष के मिलेट्री हार्डवेयर सहयोग पर दबाव डालने और भारत भी अमेरिका से स्वदेशी हथियार प्रणाली विकसित करने की उच्चस्तरीय तकनीकों को उससे साझा करने के लिए कहेगा। भारतीय सेनाओं के लिए भारत-अमेरिका ने हाल ही में 31 एमक्यू-9बी प्रीडेटर ड्रोन सौदे के लिए तीन अरब डालर का सौदा किया है। इसके अलावा, अमेरिका पी-81 निगरानी विमान बेचने का भी दबाव बना रहा है।

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