Move to Jagran APP

India China Border Dispute: LAC पर शांति बहाली के लिए सहमत हुए भारत और चीन, दोनों देशों ने की मौजूदा स्थिति की समीक्षा

भारत और चीन ने पूर्वी लद्दाख में LAC पर जारी गतिरोध को हल करने के लिए वार्ता की। विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्षों ने लंबित मुद्दों का जल्द समाधान खोजने के उद्देश्य से एलएसी पर मौजूदा स्थिति की समीक्षा की। मालूम हो कि पूर्वी लद्दाख में कुछ जगहों पर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच गतिरोध बना हुआ है।

By Agency Edited By: Sonu Gupta Updated: Wed, 31 Jul 2024 11:15 PM (IST)
Hero Image
भारत और चीन सीमा क्षेत्रों में जमीन पर शांति और स्थिरता बनाए रखने की आवश्यकता पर हुए सहमत। फाइल फोटो।
पीटीआई, नई दिल्ली। भारत और चीन ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर लंबे समय से चले आ रहे गतिरोध को हल करने के लिए बुधवार को बातचीत की। यह वार्ता भारत-चीन सीमा मामलों पर परामर्श और समन्वय के लिए कार्य तंत्र (डब्ल्यूएमसीसी) के ढांचे के तहत दिल्ली में हुई।

दोनों पक्षों ने की एलएसी पर मौजूदा स्थिति की समीक्षा

विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्षों ने लंबित मुद्दों का जल्द समाधान खोजने के उद्देश्य से एलएसी पर मौजूदा स्थिति की समीक्षा की। शांति और स्थिरता की बहाली और एलएसी के प्रति सम्मान द्विपक्षीय संबंधों में सामान्य स्थिति की बहाली के लिए एक आवश्यक आधार है।

विदेश मंत्रालय ने क्या कहा?

विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत और चीन के प्रतिनिधि दोनों सरकारों के बीच प्रासंगिक द्विपक्षीय समझौतों और प्रोटोकॉल के अनुसार सीमा क्षेत्रों में जमीन पर शांति और स्थिरता बनाए रखने की आवश्यकता पर सहमत हुए। मंत्रालय ने कहा कि बैठक में हुई चर्चा रचनात्मक और भविष्योन्मुखी थी। दोनों पक्ष स्थापित राजनयिक और सैन्य चैनलों के माध्यम से बातचीत की गति बनाए रखने पर सहमत हुए।

पूर्वी लद्दाख में कुछ जगहों पर बना हुआ है गतिरोध

बताते चलें, पूर्वी लद्दाख में कुछ जगहों पर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच गतिरोध बना हुआ है। दोनों पक्षों ने व्यापक राजनयिक और सैन्य वार्ता के बाद कई इलाकों से सैनिकों की वापसी पूरी कर ली है, लेकिन कुछ क्षेत्रों से सैनिकों की वापसी होनी है। इस गतिरोध का असर दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों पर भी पड़ा है। भारत इस बात पर जोर देता रहा है कि दोनों देशों के बीच अच्छे संबंधों के लिए सीमा पर स्थिति सामान्य होना जरूरी है।

यह भी पढ़ेंः

यूक्रेन के समर्थन में आए पश्चिमी देशों को रूस ने दिया संदेश, शुरू किया तीसरे चरण का सामरिक परमाणु हथियारों का अभ्यास