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Raisina Dialogue: भारत और ग्रीस सैन्य-कारोबार सहयोग बढ़ाने को तैयार, दोनों देशों के बीच शिखर वार्ता में बनी बात

भारत के रिश्ते तो समूचे यूरोपीय संघ के साथ मजबूत हो रहा है लेकिन जिस रफ्तार से यहां के देश ग्रीस के साथ रिश्ते प्रगाढ़ हो रहे हैं वह सबसे उल्लेखनीय है। ग्रीस के प्रधानमंत्री किरिकोस मित्सोटाकिस की पीएम नरेन्द्र मोदी के साथ शीर्षस्तरीय बैठक में एक तरफ द्विपक्षीय कारोबार को दोगुना करने का फैसला किया गया तो दूसरी तरफ आपसी सैन्य सहयोग को भी बढ़ाने पर सहमति बनी।

By Jagran News Edited By: Devshanker Chovdhary Updated: Wed, 21 Feb 2024 08:46 PM (IST)
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ग्रीस के प्रधानमंत्री किरिकोस मित्सोटाकिस और पीएम नरेन्द्र मोदी। (फोटो- एएनआई।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। भारत के रिश्ते तो समूचे यूरोपीय संघ के साथ मजबूत हो रहा है लेकिन जिस रफ्तार से यहां के देश ग्रीस के साथ रिश्ते प्रगाढ़ हो रहे हैं वह सबसे उल्लेखनीय है। बुधवार (21 फरवरी, 2024) को ग्रीस के प्रधानमंत्री किरिकोस मित्सोटाकिस की पीएम नरेन्द्र मोदी के साथ शीर्षस्तरीय बैठक हुई जिसमें एक तरफ द्विपक्षीय कारोबार को दोगुना करने का फैसला किया गया तो दूसरी तरफ आपसी सैन्य सहयोग को भी बढ़ाने पर सहमति बनी।

दोनों नेताओं की एक साल में दूसरी मुलाकात

दोनो नेताओं के बीच एक वर्ष के भीतर यह दूसरी बैठक थी। यूरोपीय देशों में अपने कारोबार व उत्पादों की पहुंच बनाने में जुटे भारत के लिए ग्रीस एक प्रमुख प्रवेश द्वार के तौर पर स्थापित हो सकता है। मोदी और मित्सोटाकिस के बीच दोनो देशों के बीच मोबिलिटी समझौते को जल्द ही अंतिम रूप देने पर भी बात हुई ताकि वहां भारतीय कामगारों को बेहतर माहौल मिल सके।

क्षेत्रीय व अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर बनी बात

ग्रीस के प्रधानमंत्री के साथ बैठक के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि हमारे बीच कई क्षेत्रीय व अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर बात हुई है। हम समहत है कि हर तरह के वैश्विक तनाव का समाधान वार्ता व कूटनीति से की जा सकती है। भारत ग्रीस की तरफ से हिंद प्रशांत क्षेत्र में भागीदारी बढ़ाने का स्वागत करता है। दोनो नेताओं के बीच आतंकवाद के मुद्दे पर भी विस्तार से चर्चा हुई है।

पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद पर भारत व ग्रीस के समक्ष एक जैसी ही चुनौतियां हैं। इस बार में चर्चा आगे भी जारी रखी जाएगी कि आतंकवाद के खिलाफ किस तरह से एख दूसरे की मदद की जाए। पीएम मोदी ने अगस्त, 2023 में ग्रीस की यात्रा की थी। वहां उन्हें ग्रीस का सबसे बड़ा नागरिक सम्मान दिया गया था। तब दोनो देशों ने एक दूसरे के साथ रिश्ते को रणनीतिक संबंध का दर्जा दिया था। भारत की कूटनीति में ग्रीस के तेजी से उभरने की एक वजह तुर्किये को भी बताया जाता है जिसके संबंध भारत व ग्रीस दोनों से खराब हैं।

16 साल बाद भारत आए हैं कोई ग्रीस पीएम

मोदी ने अगर पिछले साल 40 वर्षों बाद ग्रीस जाने वाले भारतीय प्रधानमंत्री बने थे मित्सोटाकिस 16 वर्षों बाद भारत आने वाले ग्रीस के पीएम हैं। राष्ट्रपति भवन में उनका राजकीय सम्मान किया गया। मोदी के नेतृत्व में भारतीय सरकार की टीम के साथ वार्ता करने के बाद उन्होंने कहा कि पीएम मोदी में मुझे एक दूरदर्शी नेता और सच्चा मित्र दिखता है। भारत आना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। ग्रीस के पीएम ने भारत के साथ जल्द होने वाले मोबिलिटी समझौते को काफी महत्वपूर्ण माना। भारत को एशिया प्रशांत क्षेत्र में स्थिरता के लिए एक अहम शक्ति करार देते हुए उन्होंने दोनो देशों के बीच सैन्य सहयोग बढ़ाने की संभावना जताई। दोनो देशों के बीच सैन्य सहयोग को लेकर बातचीत जारी है।

मोदी और मित्सोटाकिस के बीच हुई वार्ता में कारोबार सहयोग को लेकर भी विस्तार से बात हुई है। दोनों देशों ने वर्ष 2030 तक अपने द्विपक्षीय कारोबार को दोगुना करने का लक्ष्य रखा है। भारत की कंपनियों का ग्रीस में निवेश बढ़ रहा है। ग्रीस जहाजरानी उद्योग में काफी उन्नत देश है और हिंद प्रशांत क्षेत्र की स्थिति को देखते हुए भारत अपने जहाजरानी उद्योग को उन्नत बनाने की कोशिश में है। ऐसे में यह क्षेत्र दोनों देशों के बीच सहयोग का नया क्षेत्र बन कर उभर सकता है।