Move to Jagran APP

भारत और स्पेन दक्षिण अमेरिका में मिलकर चलाएंगे विकास कार्यक्रम, मोदी-सांचेज की मुलाकात के बाद कई बड़े एलान

Spanish PM Sanchez India visit स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज सोमवार को भारत पहुंचे। यहां उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता की जिसमें दोनों देशों ने कई क्षेत्रों में आपसी सहयोग बढ़ाने का निर्णय लिया। भारत और स्पेन ने दक्षिण अमेरिका के देशों में साझा विकास कार्यक्रम भी चलाने पर सहमति जताई है। जानिए दोनों देशों के बीच क्या-क्या हुए समझौते।

By Jagran News Edited By: Sachin Pandey Updated: Mon, 28 Oct 2024 08:53 PM (IST)
Hero Image
स्पैनिश प्रधानमंत्री सांचेज से मिले पीएम मोदी। (Photo- ANI)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। भारत और स्पेन के बीच इस बात की सहमति बनी है कि दोनों देश दक्षिण अमेरिका के देशों में विकास कार्यों के लिए साझा कार्यक्रम चलाएंगे। इसके लिए दोनों देश साथ मिल कर निवेश भी करेंगे।

बड़ौदा में सोमवार को स्पेन के पीएम पेड्रो सांचेज और पीएम नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में दोनों देशों के बीच हुई द्विपक्षीय बैठक में यह फैसला हुआ। दोनों देशों के बीच रक्षा क्षेत्र में मौजूदा संबंधों को प्रगाढ़ बनाने और साझा तौर पर रक्षा उपकरणों व युद्धक पोतों के निर्माण करने की संभावनाएं तलाशने पर भी सहमति बनी है।

प्रधानमंत्री मोदी ने वडोदरा के लक्ष्मी विलास पैलेस में स्पेन के पीएम पेड्रो सांचेज से मुलाकात की। (Photo Source: ANI)

सी-295 के निर्माण संयंत्र का उद्घाटन

पिछले हफ्ते जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज के साथ पीएम मोदी की बैठक में भी इसी तरह की सहमति बनी थी। एक हफ्ते के अंतराल में यूरोपीय संघ के दो बड़े देशों के नेताओं की भारत यात्रा इस समूचे क्षेत्र की भारत के साथ मौजूदा रिश्तों को नये आयाम देने के तौर पर भी देखा जा रहा है।

भारत-स्पेन द्विपक्षीय वार्ता से पहले दोनों नेताओं ने टाटा व एयरबस के संयुक्त उद्यम में सी-295 सैन्य परिवहन विमान के निर्माण संयंत्र का संयुक्त तौर पर उद्घाटन किया। पीएम मोदी ने सांचेज के साथ एक शोभा यात्रा में भी हिस्सा लिया। दोनों देशों ने वर्ष 2026 को संस्कृति, पर्यटन और एआई क्षेत्र में सहयोग के तौर पर चिन्हित किया है।

वडोदरा में रोडशो में शामिल हुए प्रधानमंत्री मोदी और स्पेन के पीएम पेड्रो सांचेज। (एएनआई फोटो)

पर्यटन में भी असीम संभावनाएं

हर साल 2.50 लाख भारतीय स्पेन पर्यटन के लिए जाते हैं, जबकि 40 हजार स्पेनिश नागरिक भारत आते हैं। रक्षा और आवागमन (मोबिलिटी) दो ऐसे क्षेत्र हैं, जिनको दोनों देश आपसी सहयोग के लिए काफी संभावनाओं वाला मान रहे हैं। विदेश मंत्रालय की तरफ से बताया गया है कि रक्षा उपकरणों के निर्यात में स्पेन दुनिया के 10 शीर्ष देशों में शामिल है।

स्पेन खास तौर पर भारत के साथ युद्धक पोतों के निर्माण करने को लेकर कोशिश कर रहा है। रेल, ट्रांसपोर्ट, निवेश, सीमा शुल्क विभाग में सहयोग को लेकर एक आशय पत्र पर हस्ताक्षर किया गया है। मोदी और सांचेज की बैठक के बाद जारी संयुक्त बयान में बताया गया है कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र की स्थिति के साथ ही यूक्रेन युद्ध और पश्चिमी एशिया के हालात पर भी चर्चा हुई है।

टाटा एयरक्राफ्ट कॉम्प्लेक्स के उद्घाटन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी और स्पेन के पीएम पेड्रो सांचेज। (फोटो- एएनआई)

स्पेन ने किया भारत की नीति का समर्थन 

यूक्रेन को लेकर स्पेन ने भारत की नीति का समर्थन किया है और कहा है कि कूटनीति व वार्ता से ही इस विवाद का समाधान होना चाहिए। पिछले साल 7 अक्टूबर को इजरायल पर हुए आतंकवादी हमले की निंदा करते हुए गाजा में मौजूदा मानवीय संकट को दोनों नेताओं ने अस्वीकार्य बताया है।

साथ ही फिलिस्तीन व इजरायल विवाद के स्थाई समाधान के लिए दो राष्ट्रों के सिद्धांत का समर्थन किया है। बैंगलोर में स्पेन ने और बार्सिलोना में भारत ने नया कंसुलेट खोला है। इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि टाटा व एयरबस के संयुक्त उद्यम से भारत व स्पेन के रिश्तों में नये युग की शुरुआत हुई है।