'दुनिया को ज्ञान देने के लिए स्वतंत्र हुआ भारत' बेंगलुरु में बोले RSS प्रमुख मोहन भागवत
Mohan Bhagwat News राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने बेंगलुरु में वासवी कन्वेंशन हॉल में तिरंगा फहराया। भागवत ने कार्यक्रम में आए लोगों को संबोधित भी किया। भागवत ने कहा कि भारत ने दुनिया को प्रबुद्ध करने के लिए ही स्वतंत्रता प्राप्त हासिल की। उन्होंने कहा कि हम सूर्य की पूजा करते हैं इसलिए हमें भारत कहा जाता है। (फाइल फोटो)
By AgencyEdited By: Manish NegiUpdated: Tue, 15 Aug 2023 01:52 PM (IST)
बेंगलुरु, एजेंसी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि भारत ने दुनिया को ज्ञान देने के लिए आजादी हासिल की। भागवत ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बसवनगुड़ी के वासवी कन्वेंशन हॉल में तिरंगा फहराया। इस दौरान उन्होंने वहां मौजूद लोगों को संबोधित किया।
दुनिया को ज्ञान देने के लिए आजाद हुआ भारत
मोहन भागवत ने कहा, 'हम सूर्य की पूजा करते हैं, इसलिए हमें भारत कहा जाता है, जिसमें 'भा' प्रकाश का प्रतीक है।' भागवत ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सूर्य आराधना एक सार्थक आयोजन है। भारत ने दुनिया को प्रबुद्ध करने के लिए ही स्वतंत्रता प्राप्त हासिल की।
भागवत ने राष्ट्रीय ध्वज के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि ध्वज के शीर्ष पर भगवा रंग जीवन को तमसो मा ज्योतिर्गमय (अंधकार से प्रकाश की ओर ले चलो) की दिशा में ले जाने के बलिदान का प्रतीक है। भागवत ने बताया कि सफेद रंग पवित्रता के साथ और बिना किसी स्वार्थ के काम करने का प्रतीक है और हरा रंग लक्ष्मी जी का प्रतीक है जो बौद्धिक, आध्यात्मिकऔर निस्वार्थ शक्ति की प्राप्त करने में मदद करता है।
भारत को सक्षम होने की जरूरत
भागवत ने ये भी कहा कि दुनिया को प्रबुद्ध करने के लिए भारत को सक्षम होने की आवश्यकता है। यदि हम ऐसा नहीं करते हैं, तो यह सक्रिय ताकतों को तोड़ने से पैदा हुई परेशानी के कारण होगा। हमें सतर्क, सतर्क रहने और राष्ट्रीय ध्वज द्वारा दिए गए संदेश के आधार पर काम करने और देश को एक साथ लाने की जरूरत है, जिससे बंटवारा करने वाली साजिशें सफल ना हो।