India Australia Relations भारत-आस्ट्रेलिया की 'दोस्ती' हुई और मजबूत, विदेश के आधे खर्चे में होगी देश में ही पढ़ाई
भारत और आस्ट्रेलिया अब शिक्षा ही नहीं बल्कि शोध और स्किल जैसे क्षेत्रों में भी साथ मिलकर काम करेंगे। दोनों देशों के बीच शैक्षणिक सहयोग के साथ शुरू हुई सालों पुरानी दोस्ती को सोमवार को एक नई ऊंचाई दी गई। जिसमें उच्च शिक्षा और स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग को मजबूती देने के साथ ही शोध और स्किल में भी सहयोग बढ़ाने पर सहमति बनी।
अरविंद पांडेय, गांधीनगर। भारत और आस्ट्रेलिया अब शिक्षा ही नहीं, बल्कि शोध और स्किल जैसे क्षेत्रों में भी साथ मिलकर काम करेंगे। दोनों देशों के बीच शैक्षणिक सहयोग के साथ शुरू हुई सालों पुरानी दोस्ती को सोमवार को एक नई ऊंचाई दी गई। जिसमें उच्च शिक्षा और स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग को मजबूती देने के साथ ही शोध और स्किल में भी सहयोग बढ़ाने पर सहमति बनी।
इस मौके पर दोनों देशों के शीर्ष उच्च शिक्षण संस्थानों के बीच शोध और स्किल को बढ़ावा देने के लिए पांच अहम करार किए गए। इस मौके पर दोनों देशों के शिक्षा मंत्री भी मौजूद रहे। केंद्रीय शिक्षा एवं कौशल मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आस्ट्रेलिया के साथ रिश्तों को मिली इस नई ऊंचाई पर खुशी जताई और कहा कि इससे दोनों देशों और दुनिया को फायदा मिलेगा।
भारत और ऑस्ट्रेलिया ने दोस्ती को मजबूती देने पर सहमति जताई
भारत-आस्ट्रेलिया एजुकेशन एंड स्किल काउंसिल (एआइईएससी) की गुजरात के गांधीनगर में सोमवार को हुई बैठक में दोनों देशों के बीच शिक्षा के साथ शोध और स्किल से जुड़े क्षेत्रों में भी आपसी सहयोग बढ़ाने को लेकर लंबी चर्चा हुई। केंद्रीय शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और आस्ट्रेलियाई शिक्षा मंत्री जेसन क्लेयर एमपी की मौजूदगी में हुई उच्चस्तरीय बैठक में सहयोग की पुरानी दोस्ती को मजबूती देने पर सहमति जताई गई।
भारत-आस्ट्रेलिया दोनों एक सोच के साथ आगे बढ़ रहे- प्रधान
इस बीच प्रधान ने कहा कि भारत-आस्ट्रेलिया दोनों ही एक सोच के साथ आगे बढ़ रहे हैं। यह समझौता इसी दिशा में एक कदम है। दोनों ही देशों का लक्ष्य दुनिया की जरूरतों को पहचानने और मदद करने को लेकर है। भारत के पास युवा शक्ति है तो आस्ट्रेलिया के पास मौजूदा समय में स्किल का अच्छा अनुभव है। खासकर हेल्थकेयर, रिवन्यूवन एनर्जी, एआई और खनन में उसकी काफी विशेषज्ञता है।
The Vidya Samiksha Kendra in Gandhinagar, Gujarat, is a technology-led initiative to improve learning outcomes and bring substantive and quality changes in the field of school education.
Gave Minister @JasonClareMP a tour of this one-of-a-kind facility where data and technology… pic.twitter.com/BghVH36rbb— Dharmendra Pradhan (@dpradhanbjp) November 6, 2023
आस्ट्रेलिया से उच्च शिक्षा से जुड़े 400 से ज्यादा करार
उन्होंने कहा कि दोनों देशों में इन क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने को लेकर जिस तरह से सहमति बनी है, उसका फायदा आने वाले दिनों में देश को मिलेगा। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में भारत और आस्ट्रेलिया के बीच उच्च शिक्षा से जुड़े 400 से ज्यादा करार हैं। इनमें फैकेल्टी एक्सचेंज प्रोग्राम, दोहरी और संयुक्त डिग्री कोर्स के साथ ही साझा पीएचडी कोर्स आदि से जुड़े हैं।
रिश्तों को मजूबती देने के लिए 2011 में काउंसिल का गठन
बता दें कि भारत और आस्ट्रेलिया के बीच शैक्षणिक रिश्तों को मजूबती देने के लिए साल 2011 में दोनों देशों के बीच काउंसिल का गठन किया गया था। हालांकि, अब तक इसका विषय सिर्फ शिक्षा तक ही था। ऐसे में दोनों ही देशों ने इसे नया स्वरूप देते हुए वर्ष 2022 में इसे शिक्षा और स्किल काउंसिल कर दिया था।
आस्ट्रेलिया के मुकाबले आधे खर्च में पढ़ाएंगे
देश में खुल रहे आस्ट्रेलियाई विश्वविद्यालय गुजरात के गिफ्ट सिटी में खुल रहे आस्ट्रेलिया के दोनों ही शीर्ष विश्वविद्यालय अगले शैक्षणिक सत्र से शुरू हो जाएंगे। भारत दौरे पर आए आस्ट्रेलिया के शिक्षा मंत्री क्लेयर ने सोमवार को पत्रकारों से चर्चा के दौरान यह जानकारी दी। साथ ही कहा कि ये विश्वविद्यालय देश के उन छात्रों के लिए काफी बेहतर साबित होंगे, जो आस्ट्रेलिया में पढ़ना चाहते हैं, लेकिन अधिक खर्च होने के चलते हिम्मत नहीं जुटा पाते। उन्हें अब वही पढ़ाई आस्ट्रेलिया के मुकाबले आधे खर्च में देश में ही मिलेगी।
उन्होंने कहा कि डेक्कन और वोलोनगोंग विश्वविद्यालय गिफ्ट सिटी में अपने कैंपस को जल्द से जल्द शुरू करने की तैयारियों में जुटे हैं। वह मंगलवार को दोनों ही विश्वविद्यालयों के बन रहे कैंपस का दौरा भी करेंगे। उनके साथ केंद्रीय शिक्षा मंत्री प्रधान भी रहेंगे।
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