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India-Bangladesh Railway: बांग्लादेश-भारत में रेल नेटवर्क से व्यापार बढ़ाने की तैयारी, ADB ने निकाले तीन तरीके

India-Bangladesh Railway भारत और बांग्लादेश में रेल कार्गो गतिविधि बढ़ाने के लिए एडीबी अध्ययन कर रहा है। एडीबी के नवीनतम अध्ययन का उद्देश्य भारत और बांग्लादेश के बीच रेल-आधारित कार्गो और कंटेनर गतिविधि के लाभों को निर्धारित करना है। एडीबी ने बुनियादी ढांचे में मौजूदा कमी की पहचान करने कार्गो और कंटेनर की गतिविधि के लिए प्रौद्योगिकी-आधारित समाधान प्रस्तावित करने पर जोर दिया है।

By Mahen KhannaEdited By: Mahen KhannaUpdated: Thu, 06 Jul 2023 02:30 PM (IST)
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India-Bangladesh Railway भारत और बांग्लादेश के बीच रेल-आधारित कार्गो सिस्टम
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। India-Bangladesh Railway भारतीय रेलवे तेजी से देश में अपने नेटवर्क का विस्तार कर रहा है। नई रेल लाइनों और नई ट्रेनों के साथ रेलवे दुर्गम क्षेत्रों में भी अपनी पहुंच स्थापित कर रहा है। इस बीच पड़ोसी मुल्क भी भारत के साथ अपना रेल नेटवर्क बढ़ने में जुटे हैं।

बुनियादी ढांचे में सुधार और उप-क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने में बांग्लादेश का लंबे समय से भागीदार एशियाई विकास बैंक, अब भारत और बांग्लादेश के बीच रेल-आधारित कार्गो सिस्टम पर अपनी नजरें गड़ाए हुए है।

एडीबी ने अध्ययन किया शुरू

एडीबी ने बुनियादी ढांचे में मौजूदा कमी की पहचान करने, कार्गो और कंटेनर की गतिविधि के लिए प्रौद्योगिकी-आधारित समाधान प्रस्तावित करने और दोनों देशों के बीच मालगाड़ी संचालन को सुविधाजनक बनाने के लिए नियामक सुधारों की सिफारिश करने के लिए पहले ही एक अध्ययन शुरू कर दिया है।

नेपाल और भूटान में भी कार्गो व्यापार पर फोकस

इसके अलावा, एडीबी दक्षिण एशिया उपक्षेत्रीय आर्थिक सहयोग कार्यक्रम के तहत, नेपाल और भूटान से कार्गो की क्षमता का पता लगाएगा, जिससे सभी हितधारकों को लाभ होगा। एडीबी के नवीनतम अध्ययन का उद्देश्य भारत और बांग्लादेश के बीच रेल-आधारित कार्गो और कंटेनर गतिविधि के लाभों को निर्धारित करना है। इसके लिए अध्ययन में 3 तरीके निकाले गए हैं...

3 तरीकों से बढ़ेगा रेल नेटवर्क

एडीबी मिशन पहले ही 23-25 मई को बांग्लादेश रेलवे और राष्ट्रीय राजस्व बोर्ड के अधिकारियों के साथ बैठक कर चुका है और दोनों देशों के बीच रेल यातायात की तीन श्रेणियों की संभावनाओं पर चर्चा कर चुका है। 

  • पहला द्विपक्षीय व्यापार पर फोकस रखना है।
  • दूसरा बांग्लादेशी और भारतीय व्यापारी एक दूसरे देश के रेल नेटवर्क और बंदरगाहों का उपयोग करना है।
  • तीसरा उत्तर पूर्व और बांग्लादेश के माध्यम से शेष भारत के बीच भारतीय घरेलू माल की आवाजाही बढ़ाना।

बांग्लादेश ने दिए कई सुझाव

इस बीच प्रस्तावों के जवाब में बांग्लादेश के अधिकारियों ने भारत के पूर्वोत्तर के साथ कनेक्टिविटी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए सुझाव दिए हैं। सुझाव में नेपाल और भूटान को भी इस रेल कार्गो नेटवर्क में शामिल किया जा सकता है। अध्ययन दल को रेल-आधारित कार्गो पर लागू होने वाले आवागमन शुल्क के प्रस्ताव के साथ आने की सलाह दी गई थी जो सीमा के दोनों ओर के हितधारकों के लिए उचित और स्वीकार्य होना चाहिए।

सितंबर में आ सकती है अंतिम रिपोर्ट

एडीबी के अनुसार, मध्यावधि सर्वेक्षण की अंतिम रिपोर्ट इस साल सितंबर में प्रस्तुत करने के लिए निर्धारित है। एडीबी टीम का मानना था कि भारत-नेपाल कंटेनरीकृत आवाजाही में इस्तेमाल किए जा रहे इलेक्ट्रॉनिक कार्गो ट्रैकिंग सिस्टम (ईसीटीएस) को बांग्लादेश और भारत के बीच ऐसी व्यवस्था में भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

भारत-बांग्लादेश में बढ़ेगा व्यापार

विश्लेषकों और व्यवसायों ने कहा कि भारत और बांग्लादेश के बीच रेल-आधारित कार्गो आवाजाही पहल दोनों देशों के लिए काफी संभावनाएं रखती है। मौजूदा रेलवे बुनियादी ढांचे और एडीबी के चल रहे प्रयासों के साथ, परिवहन के इस तरीके में नए अवसरों को खोलने और दोनों देशों के बीच मजबूत आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देने की क्षमता है।

टैरिफ कमिशन के पूर्व सदस्य डॉ. मुस्तफा आबिद खान ने कहा है कि भारत के साथ रेल कार्गो-आधारित व्यापार संबंधों पर लंबे समय से बातचीत चल रही है। हालांकि, अभी थोड़ी मात्रा में माल का व्यापार रेल कार्गो द्वारा किया जा रहा है, लेकिन इसमें विस्तार की गुंजाइश है।