'भारत रुकवा सकता है रूस-यूक्रेन के बीच जंग’,' बोले ब्रिटिश PM डेविड कैमरन?
ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने कहा कि यूक्रेन और रूस के बीच जारी संघर्ष में मध्यस्थ की भूमिका निभाने की भारत की विश्वसनीयता है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के विस्तार की जमकर वकालत करते हुए कहा कि भारत को स्थायी सीट मिलनी ही चाहिए। उन्होंने कहा कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद संयुक्त राष्ट्र की स्थापना के समय से दुनिया में बहुत से बदलाव आ चुके हैं।
नई दिल्ली, पीटीआई: ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने कहा कि यूक्रेन और रूस के बीच जारी संघर्ष में मध्यस्थ की भूमिका निभाने की भारत की विश्वसनीयता है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के विस्तार की जमकर वकालत करते हुए कहा कि भारत को स्थायी सीट मिलनी ही चाहिए। कैमरन ने सोमवार को नई दिल्ली में एनडीटीवी वर्ल्ड समिट के दो दिवसीय कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ब्रिक्स सम्मेलन के लिए रूस रवाना होने से पहले कहा कि यूक्रेन युद्ध में मध्यस्थ बनने की विश्वसनीयता भारत के पास ही है।
उन्होंने मोदी के यूक्रेन दौरे में राष्ट्रपति व्लादीमिर से मुलाकात का हवाला देते हुए कहा कि कोई भी भूमिका जो इस संघर्ष को खत्म कर सकती है, उसका स्वागत है। लेकिन इसे ऐसे अंजाम दिया जाना चाहिए कि यूक्रेन की संप्रभुता और स्वतंत्रता को मान्यता मिले।
'मोदी की भारत के लिए बहुत स्पष्ट योजना'
भारत मध्यस्थता की यह स्थिति हासिल कर सकता है लेकिन उसे ऐसे अंजाम दिया जाना चाहिए कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन बलपूर्वक यूक्रेन के क्षेत्र पर कब्जा ना कर सकें। कैमरन ने कहा कि मोदी की भारत के लिए बहुत स्पष्ट योजना है। उनका कार्यालय असली बदलाव लाने की तैयारी में है। उनके पास देश के भविष्य, आर्थिक विकास और बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए बहुत स्पष्ट योजना है।भारत दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
उन्होंने कई वैश्विक नेताओं की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि समूचा विश्व कई प्रमुख चुनौतियों पर भारत के नजरिये को सुनने और समझने की जरूरत है। इस बदली हुई दुनिया में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत को स्थायी सीट मिलनी ही चाहिए। उन्होंने कहा कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद संयुक्त राष्ट्र की स्थापना के समय से दुनिया में बहुत से बदलाव आ चुके हैं। अब आप भारत के उत्थान को देख सकते हैं इसलिए इसमें बड़े बदलावों की जरूरत है। इस सदी में भारत दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है। इसलिए भारत जैसे देश को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थान मिलना चाहिए।