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Republic Day: देश मना रहा 74वां गणतंत्र दिवस, कर्तव्य पथ बनेगा भारत के सैन्य कौशल, सांस्कृतिक विविधता का गवाह

Republic Day 74वां गणतंत्र दिवस समारोह देश के सैन्य कौशल सांस्कृतिक विविधता और कई अन्य अनूठी पहलों का गवाह बनेगा। बता दें कि गणतंत्र दिवस परेड सुबह 10 बजकर 30 मिनट पर शुरू होगी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु आज कर्तव्य पथ से 74वें गणतंत्र दिवस समारोह में देश का नेतृत्व करेंगी।

By AgencyEdited By: Mohd FaisalUpdated: Thu, 26 Jan 2023 06:22 AM (IST)
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Republic Day: देश मना रहा 74वां गणतंत्र दिवस (ग्राफिक्स जागरण)
नई दिल्ली, एजेंसी। देश में आज 74वां गणतंत्र दिवस मनाया जा रहा है। इस साल का गणतंत्र दिवस समारोह देश के सैन्य कौशल, सांस्कृतिक विविधता और कई अन्य अनूठी पहलों का गवाह बनेगा। बता दें कि गणतंत्र दिवस परेड सुबह 10 बजकर 30 मिनट पर शुरू होगी। यह देश की सैन्य शक्ति और सांस्कृतिक विविधता का एक अनूठा मिश्रण होगी, जो देश की बढ़ती स्वदेशी क्षमताओं, नारी शक्ति और एक 'न्यू इंडिया' के उद्भव को प्रदर्शित करती है।

राष्ट्रपति मुर्मु पहली बार करेंगी गणतंत्र दिवस समारोह का नेतृत्व

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु आज कर्तव्य पथ से 74वें गणतंत्र दिवस समारोह में देश का नेतृत्व करेंगी। वहीं, 74वें गणतंत्र दिवस समारोह में मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फत्ताह अल-सिसी मुख्य अतिथि होंगे। परेड समारोह की शुरूआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर जाने के साथ होगी। पीएम मोदी शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्ति परेड देखने के लिए कर्तव्य पथ पर सलामी मंच पर पहुंचेंगे।

105 मिमी की भारतीय फील्ड गन से दी जाएगी 21 तोपों की सलामी

परंपरा के अनुसार, गणतंत्र दिवस समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा और उसके बाद 21 तोपों की सलामी के साथ राष्ट्रगान होगा। पहली बार 21 तोपों की सलामी 105 मिमी की भारतीय फील्ड गन से दी जाएगी। यह पुरानी 25 पाउंडर बंदूक की जगह लेंगी, जो रक्षा क्षेत्र में बढ़ती आत्मनिर्भरता को प्रदर्शित करती है। 105 हेलीकॉप्टर यूनिट के चार एमआई-17 1वी -वी5 हेलीकॉप्टर कर्तव्य पथ पर मौजूद दर्शकों पर पुष्प वर्षा करेंगे।

राष्ट्रपति की सलामी लेने के साथ होगी परेड की शुरूआत

परेड की शुरूआत राष्ट्रपति की सलामी लेने के साथ होगी। परेड की कमान परेड कमांडर, लेफ्टिनेंट जनरल धीरज सेठ, अति विशिष्ट सेवा मेडल, दूसरी पीढ़ी के सेना अधिकारी संभालेंगे। मुख्यालय दिल्ली क्षेत्र के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल भवनीश कुमार परेड सेकेंड-इन-कमांड होंगे।

परमवीर चक्र और अशोक चक्र के विजेता परेड में होंगे शामिल

रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, सर्वोच्च वीरता पुरस्कारों के गौरवशाली विजेता उनके पीछे-पीछे आएंगे। इनमें परमवीर चक्र और अशोक चक्र के विजेता शामिल हैं। परमवीर चक्र विजेता सूबेदार मेजर (मानद कप्तान) बाना सिंह, 8 जेएके एलआई (सेवानिवृत्त); सूबेदार मेजर (मानद कप्तान) योगेंद्र सिंह यादव, 18 ग्रेनेडियर्स (सेवानिवृत्त) और सूबेदार (मानद लेफ्टिनेंट) संजय कुमार, 13 जेएके राइफल्स और अशोक चक्र विजेता मेजर जनरल सीए पीठावाला (सेवानिवृत्त), जीप पर डिप्टी परेड कमांडर के पीछे कर्नल डी श्रीराम कुमार और लेफ्टिनेंट कर्नल जस राम सिंह (सेवानिवृत्त) होंगे।

मिस्र के सैनिकों का जत्था भी परेड में लेगा भाग

कर्नल महमूद मोहम्मद अब्देल फत्ताह एल खारासावी के नेतृत्व में पहली बार कर्तव्य पथ पर मार्च करते हुए मिस्र के सशस्त्र बलों का संयुक्त बैंड और मार्चिंग दल भी गणतंत्र दिवस समारोह का हिस्सा बनेगा। दल में 144 सैनिक शामिल होंगे, जो मिस्र के सशस्त्र बलों की मुख्य शाखाओं का प्रतिनिधित्व करेंगे।

परेड में दिखेगी भारतीय सेना की ताकत

भारतीय सेना का प्रतिनिधित्व 61 कैवेलरी के एक माउंटेड कॉलम, नौ मैकेनाइज्ड कॉलम, छह मार्चिंग टुकड़ियों और आर्मी एविएशन कॉर्प्स के एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर (एएलएच) द्वारा एक फ्लाई पास्ट द्वारा किया जाएगा। मुख्य युद्धक टैंक अर्जुन, नाग मिसाइल सिस्टम (एनएएमआईएस), बीएमपी-2 एसएआरएटीएच का इन्फैंट्री कॉम्बैट व्हीकल, क्विक रिएक्शन फाइटिंग व्हीकल, के-9 वज्र-ट्रैक्ड सेल्फ-प्रोपेल्ड होवित्जर गन, ब्रह्मोस मिसाइल, 10 मीटर शॉर्ट स्पैन ब्रिज, मोबाइल माइक्रोवेव नोड और मैकेनाइज्ड कॉलम में मोबाइल नेटवर्क सेंटर और आकाश (नई पीढ़ी के उपकरण) मुख्य आकर्षण होंगे।

छह अग्निवीर भी बनेंगे परेड का गवाह

61 कैवलरी की वर्दी में पहली टुकड़ी का नेतृत्व कैप्टन रायजादा शौर्य बाली करेंगे। 61 कैवलरी दुनिया में एकमात्र सेवारत सक्रिय घुड़सवार कैवेलरी रेजिमेंट है, जिसमें सभी 'स्टेट हॉर्स यूनिट्स' का संयोजन है। भारतीय नौसेना दल में 144 युवा नाविक शामिल होंगे, जिसका नेतृत्व लेफ्टिनेंट कमांडर दिशा अमृत कंटिजेंट कमांडर करेंगी। मार्च करने वाली टुकड़ी में पहली बार तीन महिलाएं और छह अग्निवीर शामिल हैं। इसके बाद नौसेना की झांकी होगी, जिसे 'इंडियन नेवी-कॉम्बैट रेडी, क्रेडिबल, कोहेसिव एंड फ्यूचर प्रूफ' थीम पर डिजाइन किया गया है। यह भारतीय नौसेना की बहु-आयामी क्षमताओं, नारी शक्ति और 'आत्मनिर्भर भारत' अभियान के अंतर्गत स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्मित संपत्तियों को प्रदर्शित करेगा।

भारतीय नौसेना की टुकड़ी

झांकी के आगे के हिस्से में डोर्नियर विमान के महिला चालक दल को दिखाया जाएगा, जो पिछले वर्ष किए गए सभी महिला चालक दल की निगरानी को उजागर करेगा। झांकी का मुख्य भाग नौसेना की 'मेक इन इंडिया' पहल को प्रदर्शित करेगा। समुद्री कमांडो तैनात ध्रुव हेलीकॉप्टर के साथ नए स्वदेशी नीलगिरी वर्ग के जहाज का एक मॉडल होगा। किनारों पर स्वदेशी कलवारी श्रेणी की पनडुब्बियों के मॉडल दर्शाए जाएंगे। स्वदेशी रूप से विकसित व्हील्ड आर्मर्ड प्लेटफॉर्म (डबल्यूएचएपी), एक मॉड्यूलर 8 बाई 8 पहिए वाला कॉम्बैट प्लेटफॉर्म 70 टन के ट्रेलर पर ले जाया जा रहा है, जिसे रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन द्वारा उपकरण के रूप में प्रदर्शित किया जाएगा।

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