India China Border Dispute: थिएटर कमांड बनाने की दिशा में सेना, सीमा पर फिर से की जा रही तैयारी
सरकार ने चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत की अध्यक्षता वाले सैन्य मामलों के विभाग को युद्ध लड़ने के लिए तीनों सेनाओं के बीच संयुक्तता में सुधार के लिए थिएटर कमांड बनाने के लिए कहा है। चीन की सीमाओं को केवल तीन कमानों द्वारा प्रबंधित किया जाएगा।
By Nitin AroraEdited By: Updated: Sat, 20 Nov 2021 02:28 PM (IST)
नई दिल्ली, एएनआइ। चीन की सीमा की देखरेख करने वाली भारतीय सेना की कमानों की सीमाओं को फिर से बनाना की दिशा में काम किया जा रहा है। बताया गया कि यह कदम थिएटर कमांड के निर्माण में एक कदम है और इससे संसाधनों के बेहतर प्रबंधन में मदद मिलेगी। बेहतर सीमा संसाधन प्रबंधन की दिशा में एक कदम बढ़ाते हुए, भारतीय सेना ने हाल ही में लखनऊ स्थित मध्य कमान के तहत हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में चीन की सीमा के साथ पूरी सीमा मिलाई है।
सूत्रों ने कहा कि चंडीमंदिर स्थित पश्चिमी कमान को अब मुख्य रूप से पाकिस्तान के मोर्चे पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा गया है। सरकारी सूत्रों ने एएनआइ को बताया, 'जैसे-जैसे हम नए थिएटर कमांड के निर्माण की ओर बढ़ते हैं, आपरेशनल कमांड की सीमाओं और जिम्मेदारियों को लेकर यह सबकुछ महत्वपूर्ण था।'सरकार ने चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत की अध्यक्षता वाले सैन्य मामलों के विभाग को युद्ध लड़ने के लिए तीनों सेनाओं के बीच संयुक्तता में सुधार के लिए थिएटर कमांड बनाने के लिए कहा है। चीन की सीमा की देखभाल पहले भारतीय सेना के उत्तरी, पश्चिमी, मध्य और पूर्वी कमानों द्वारा की जाती थी, लेकिन अब इसे केवल तीन कमानों द्वारा प्रबंधित किया जाएगा। सूत्रों ने बताया कि थिएटर कमांड बनने पर जम्मू-कश्मीर से पश्चिमी कमान भी हटा ली जाएगी जहां वह जम्मू सेक्टर के एक छोटे से हिस्से की देखभाल करती है।
मध्य कमान की बढ़ती जिम्मेदारी महत्वपूर्ण भी है। वर्तमान केंद्रीय सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल वाई डिमरी भी पूर्वी थिएटर के निर्माण के लिए अध्ययन कर रहे हैं जो हिमाचल प्रदेश से अरुणाचल प्रदेश तक पूरी चीन सीमा की देखभाल करेगी। इसके अलावा जम्मू और कश्मीर और लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेशों पर उत्तरी कमान की देखरेख जारी रहेगी क्योंकि पूरा क्षेत्र अत्यधिक संवेदनशील है और धीरे-धीरे थिएटर कमांड के तहत लाया जाएगा।