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भारत और चीन के रक्षा मंत्रियों के बीच होगी द्विपक्षीय बैठक, सीमा विवाद सुलझाने पर रहेगा फोकस

भारत और चीन के बीच सीमा विवाद जारी रहने के बावजूद उच्चस्तर पर बातचीत का सिलसिला जारी है। अब दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों की संभावित बैठक पर नजर है। यह बैठक भारत में एससीओ शिखर सम्मेलन के दौरान होगी।

By Jagran NewsEdited By: Achyut KumarUpdated: Tue, 25 Apr 2023 11:45 PM (IST)
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भारत और चीन के रक्षा मंत्रियों के बीच हो सकती है द्विपक्षीय बैठक

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। भारत और चीन के बीच तकरीबन तीन वर्षों से चल रहे सीमा विवाद को सुलझाने को लेकर अब दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों की संभावित बैठक पर नजर है। चीन के रक्षा मंत्रालय की तरफ से मंगलवार को यह घोषणा कर दी गई है कि उनके रक्षा मंत्री ली शांगलू शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के रक्षा मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने के लिए 27 व 28 अप्रैल को नई दिल्ली जाएंगे। बाद में भारत के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इस बैठक के दौरान विभिन्न देशों के रक्षा मंत्रियों के साथ अलग से द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे। दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों के बीच एससीओ बैठक के दौरान पहले भी द्विपक्षीय बैठक का आयोजन होता रहा है।

चीन के रक्षा मंत्री से मिले थे राजनाथ सिंह

असलियत में मई, 2022 में पूर्वी लद्दाख में चीनी सैनिकों की घुसपैठ के बाद रूस में आयोजित एससीओ बैठक (सितंबर, 2020) में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की चीन के रक्षा मंत्री जनरल वी फेंगहे से मुलाकात हुई थी और राजनीतिकस्तर पर बातचीत का सिलसिला शुरु हुआ था।

भारत और चीन के बीच सीमा विवाद जारी रहने के बावजूद उच्चस्तर पर बातचीत का सिलसिला जारी है। अभी मार्च, 2023 में ही चीन के विदेश मंत्री शीन गांग से मुलाकात की थी। वर्ष 2022 में भी दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच तीन बार द्विपक्षीय वार्ता हुई थी। ऐसे में रक्षा मंत्रियों के बीच बैठक संभावित है। बैठक में हिस्सा लेने के लिए पाकिस्तान के रक्षा मंत्रालय के अधिकारी भी दिल्ली पहुंच रहे हैं। वैसे पाकिस्तान के रक्षा मंत्री के आसिफ वर्चुअल तरीके से इसमें हिस्सा लेंगे।

28 अप्रैल को होगी बैठक

रक्षा मंत्रालय ने बताया कि रक्षा मंत्रियों की बैठक 28 अप्रैल 2023 को होगी। इसमें चीन, पाकिस्तान के अलावा रूस, ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान, कजाखस्तान, किर्गिजस्तान के रक्षा मंत्री भी हिस्सा लेंगे। एससीओ के विशेष आमंत्रण के तौर पर ईरान व बेलारूस के रक्षा मंत्री भी इसमें हिस्सा लेने के लिए आ रहे हैं। बैठक में क्षेत्रीय शांति के साथ ही आतंकवाद के खिलाफ सहयोग के मुद्दे पर भी चर्चा होगी।

सिक्योर एससीओ रखा गया बैठक का थीम

बैठक से पहले जारी प्रेस विज्ञप्ति में भारत के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि एससीओ देशों की संप्रभुता व भौगोलिक अखंडता के सिद्धांत का पालन करता है। साथ ही यह संगठन एक दूसरे के आतंरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करने, सभी सदस्य देशों को बराबरी का स्थान देना और सभी के विचारों को महत्व देने का भी पालन करता है। भारत की अध्यक्षता में हो रहे इस बैठक का थीम 'सिक्योर-एससीओ' रखा गया है। भारत ने कहा है कि वह एससीआइ के सदस्यों के साथ अपने रिश्तों को खास महत्व देता है।