Move to Jagran APP

हालात स्थिर, लेकिन..., चीनी सेना की हर गतिविधि पर भारत की नजर; थलसेना प्रमुख ने LAC को लेकर क्या दी जानकारी

India China Conflict चीन और भारत की सीमा की जानकारी देते हुए थलसेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने कहा कि सीमा पर हमारी तैनाती मजबूत व संतुलित है और किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए हमने पर्याप्त रिजर्व भी रखे हैं। जनरल पांडे ने आगे कहा कि साथ ही हमारा प्रयास एवं फोकस बुनियादी ढांचा विकास पर भी है।

By Jagran News Edited By: Piyush Kumar Updated: Mon, 29 Jan 2024 07:34 PM (IST)
Hero Image
चीन के साथ सैन्य स्तर के साथ-साथ राजनयिक स्तर पर भी वार्ता जारी: थलसेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे।(फोटो सोर्स: जागरण)
एएनआई, नई दिल्ली। थलसेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने सोमवार को कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर हालात स्थिर, लेकिन संवेदनशील हैं। उन्होंने बताया कि पिछले एक वर्ष में भारत और चीन के बीच टकराव वाला कोई और क्षेत्र नहीं बना है।

साल 2020 से दोनों देशों के बीच हुई कई बैठक

जनरल पांडे ने एक साक्षात्कार में कहा,"समाधान के प्रयासों की बात करें तो चीन के साथ सैन्य स्तर के साथ-साथ राजनयिक स्तर पर भी वार्ता और संवाद जारी है। अप्रैल, 2020 के बाद से दोनों देशों के बीच 20 उच्चस्तरीय सैन्य वार्ताएं और भारत-चीन सीमा मामलों पर वर्किंग मैकेनिज्म फार कंसल्टेशन एंड कोआर्डिनेशन (डब्ल्यूएमसीसी) की 14 बैठकें हो चुकी हैं।"

उल्लेखनीय है कि मई, 2020 में जब चीन ने पूर्वी लद्दाख में आक्रामक रूप से यथास्थिति बदलने का प्रयास किया था, तभी से दोनों देशों ने अग्रिम मोर्चों पर अपने सैन्य बल तैनात कर रखे हैं।

आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए हम तैयार:जनरल पांडे

उत्तरी सीमा पर सेना की तैयारियों के स्तर के बारे में जनरल पांडे ने कहा,"हमारी तैनाती मजबूत व संतुलित है और किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए हमने पर्याप्त रिजर्व भी रखे हैं।

जब यह सब कुछ हो रहा है, तो हम नई तकनीक का इस्तेमाल, आधुनिकीकरण और सुरक्षा वाहनों, निगरानी ड्रोन, बेहतर संचार रेडियो सेट जैसी बेहतर प्रणालियों को शामिल करके अपनी क्षमताओं के विकास पर भी फोकस कर रहे हैं।"

स्थानीय आबादी का भी सेना कर रही काम: थलसेना प्रमुख

जनरल पांडे ने आगे कहा कि साथ ही हमारा प्रयास एवं फोकस बुनियादी ढांचा विकास पर भी है। इनमें आवास, एलएसी तक कनेक्टिविटी, अग्रिम मोर्चों पर तैनात सैनिकों तक विद्युत आपूर्ति पहुंचाना और संचार सेवाओं में सुधार शामिल है। एलएसी पर हमारी तैनाती का स्तर हमेशा उच्च स्तर का रहे, यह सुनिश्चित करने के लिए हम अन्य सरकारी एजेंसियों, स्थानीय प्रशासन एवं स्थानीय आबादी के साथ भी काम कर हैं।'

यह भी पढ़ें: 'यहां झगड़ा करो वहां बिजनेस करो', चीन पर 9वीं क्लास के छात्र ने विदेश मंत्री से पूछा सवाल, जयशंकर ने हंसते हुए दिया ये जवाब