भारत-चीन के संबंध में सुधार! LAC पर पैट्रोलिंग को लेकर समझौता; क्या अलग से मिलेंगे पीएम मोदी और शी जिनपिंग?
India China Relations भारत और चीन के संबंध में सुधार के संकेत दिखाई दे रहे हैं। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि एलएसी पर पैट्रोलिंग करने को लेकर दोनों देश एक समझौते पर पहुंच गए हैं। इसे काफी अहम कदम माना जा रहा है। इस बीच पीएम मोदी और शी जिनपिंग के बीच अलग से मुलाकात के भी आसार हैं।
एजेंसी, नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच पिछले कुछ वर्षों से चल रहे सीमा विवाद को लेकर दोनों देशों के संबंध तनाव में थे। हालांकि, अब हालात सुधरने के संकेत दिखाई देने लगे हैं और दोनों पक्षों के व्यवहार में भी नरमी आई है। इसी मुद्दे पर एक बड़े घटनाक्रम की जानकारी देते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय ने सोमवार को बताया कि भारत और चीन पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर पैट्रोलिंग फिर से शुरू करने के लिए एक समझौते पर पहुंच गए हैं।
विदेश मंत्रालय के मुताबिक दोनों देशों के बीच सैनिकों को पीछे हटाने पर भी सहमति बन गई है। यह समझौता ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से ऐन पहले हुआ है, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग भाग लेने वाले हैं। शिखर सम्मेलन के लिए पीएम मोदी की रूस यात्रा से पहले मीडिया ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि चीन के साथ चर्चा के परिणामस्वरूप भारत-चीन सीमा क्षेत्रों में एलएसी पर पैट्रोलिंग व्यवस्था पर एक समझौता हुआ है।
#WATCH | Delhi: On agreement on patrolling at LAC, Foreign Secretary Vikram Misri says, "...As a result of the discussions that have taken place over the last several weeks an agreement has been arrived at on patroling arrangements along the line of actual control in the… pic.twitter.com/J7L9LEi5zv
— ANI (@ANI) October 21, 2024
2020 से बिगड़े हालात
उन्होंने कहा कि इससे विघटन हो रहा है और 2020 में पूर्वी लद्दाख में चीनी सेना की कार्रवाई के बाद बनी विपरीत परिस्थितियों का हल निकाला जा रहा है। उन्होंने कहा, 'हम डब्ल्यूएमसीसी के माध्यम से चीनी वार्ताकारों के साथ और सैन्य स्तर पर और साथ ही विभिन्न स्तरों पर सैन्य कमांडरों की बैठकों के माध्यम से चर्चा कर रहे हैं।'उन्होंने कहा कि चर्चाओं के चलते विभिन्न स्थानों पर गतिरोध का समाधान हुआ है। कुछ स्थान ऐसे थे, जहां गतिरोध का समाधान नहीं हो पाया था। पिछले कई हफ्तों में हुई चर्चाओं के बाद भारत-चीन सीमा क्षेत्रों में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर गश्त व्यवस्था पर एक समझौता हुआ है और इससे 2020 में इन क्षेत्रों में उत्पन्न हुए मुद्दों का समाधान हो रहा है।'
(गलवान घाटी में झड़प के बाद दोनों देशों के रिश्तों में खटास आ गई थी। File Photo)