कर्नाटक के होयसला मंदिर विश्व विरासत की सूची में भारत के नामांकन के तौर पर शामिल
यूनेस्को में भारत के स्थायी प्रतिनिधि ने सोमवार को औपचारिक रूप से होयसला मंदिरों का नामांकन विश्व विरासत के निदेशक लजारे एलौंडौ को सौंप दिया। पहला कदम वर्ल्ड हेरिटेज सेंटर को डोजियर जमा करना है जिसके बाद तकनीकी जांच की जाएगी।
By Neel RajputEdited By: Updated: Tue, 01 Feb 2022 08:06 AM (IST)
नई दिल्ली, एएनआइ। कर्नाटक के बेलूर, हलेबिड और सोमनाथपुरा के होयसला मंदिरों को वर्ष 2022-2023 की विश्व विरासत सूची के लिए भारत के नामांकन के तौर पर शामिल किया गया है। केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने सोमवार को इस बारे में जानकारी दी। होयसला के पवित्र स्मारक 15 अप्रैल, 2014 से यूनेस्को की संभावित सूची में शामिल हैं और मानव रचनात्मक प्रतिभा के उच्चतम बिंदुओं में से एक का प्रतिनिधित्व करते हैं और देश की समृद्ध ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक विरासत की गवाही देते हैं।
यूनेस्को में भारत के स्थायी प्रतिनिधि ने सोमवार को औपचारिक रूप से होयसला मंदिरों का नामांकन विश्व विरासत के निदेशक, लजारे एलौंडौ को सौंप दिया। पहला कदम वर्ल्ड हेरिटेज सेंटर को डोजियर जमा करना है जिसके बाद तकनीकी जांच की जाएगी। एक बार सबमिशन हो जाने के बाद यूनेस्को मार्च की शुरुआत तक वापस संचार करेगा। उसके बाद साइट मूल्यांकन सितंबर/अक्टूबर 2022 में होगा और जुलाई/अगस्त 2023 में डोजियर पर विचार किया जाएगा।