Veer Guardian 2023: अवनि चतुर्वेदी रचेंगी इतिहास, विदेशी जमीं में होने वाले हवाई युद्धाभ्यास दिखाएंगी कौशल
भारत और जापान की वायुसेना द्विपक्षीय वायु रक्षा सहयोग को बढ़ावा देने के लिए जापान के हयाकुरी एयरबेस पर 15 दिवसीय संयुक्त अभ्यास वीर गार्जियन-2023 आयोजित करने के लिए तैयार हैं। जहां पर महिला लड़ाकू विमान पायलट अवनि चतुर्वेदी अपना कौशल दिखाएंगी।
By AgencyEdited By: Anurag GuptaUpdated: Sat, 07 Jan 2023 11:43 PM (IST)
नई दिल्ली, एएनआई। भारतीय वायुसेना की महिला पायलट एक नया इतिहास रचने वाली हैं। विदेश में होने वाले हवाई युद्धाभ्यास में पहली बार भारतीय वायुसेना की महिला पायलट हिस्सा लेंगी। वैसे तो दो महिला लड़ाकू विमान पायलट ने फ्रांसीसी वायुसेना सहित कई विदेशी टुकडि़यों के साथ देश में ही युद्धाभ्यास किया है। इस बार 12 जनवरी से 26 जनवरी, 2023 के बीच जापान के हयाकुरी एयर बेस के हवाई क्षेत्र में 'वीर गार्जियन 2023' के नाम से अभ्यास किया जाएगा।
वीर गार्जियन 2023 युद्धाभ्यास में भारत की पहली तीन महिला लड़ाकू विमान पायलटों में से एक स्क्वाड्रन लीडर अवनि चतुर्वेदी हिस्सा लेंगी। अवनि चतुर्वेदी जल्द ही जापान रवाना होने वाली हैं। स्क्वाड्रन लीडर अवनि चतुर्वेदी सुखोई-30 एमकेआई की पायलट हैं। मोहना सिंह, अवनी चतुर्वेदी और भावना कंठ पहली बार वायुसेना में बतौर महिला फाइटर प्लेन पायलट शामिल हुईं हैं।
सुखोई-30 एमकेआई सबसे घातक विमानों में से एक
अवनि चतुर्वेदी की बैचमेट स्क्वाड्रन लीडर भावना कंठ ने भारतीय वायुसेना द्वारा संचालित सुखोई-30 एमकेआई को स्वदेशी हथियार प्रणालियों से लैस सबसे अच्छे और सबसे घातक विमानों में से एक करार दिया। उन्होंने कहा कि सुखोई-30 एमकेआई एक बहुउद्देश्यीय लड़ाकू विमान है। यह एक साथ हवा जमीन और हवा से हवा दोनों मिशनों को अंजाम दे सकता है।Joshimath Sinking: जोशीमठ आपदाग्रस्त क्षेत्र घोषित, सेना ने खाली की कालोनी
स्क्वाड्रन लीडर भावना कंठ ने कहा कि इस विमान के बारे में खास बात यह है कि यह उच्च गति और कम गति दोनों पर युद्धाभ्यास कर सकता है। इसमें कई जगह से ईंधन भरने के कारण बहुत लंबी दूरी के मिशन को पार करने की क्षमता भी है। वहीं रक्षा मंत्रालय ने सुखोई-30 एमकेआई के लिए अगली पीढ़ी की एंटी रेडिएशन मिसाइलों को शामिल करने की भी मंजूरी दे दी है, जिससे वे 100 किलोमीटर से अधिक की दूरी से दुश्मन के रडार पर हमला करने में सक्षम हो जाएंगे।
स्क्वाड्रन लीडर भावना कंठ ने कहा कि इस विमान के बारे में खास बात यह है कि यह उच्च गति और कम गति दोनों पर युद्धाभ्यास कर सकता है। इसमें कई जगह से ईंधन भरने के कारण बहुत लंबी दूरी के मिशन को पार करने की क्षमता भी है। वहीं रक्षा मंत्रालय ने सुखोई-30 एमकेआई के लिए अगली पीढ़ी की एंटी रेडिएशन मिसाइलों को शामिल करने की भी मंजूरी दे दी है, जिससे वे 100 किलोमीटर से अधिक की दूरी से दुश्मन के रडार पर हमला करने में सक्षम हो जाएंगे।
भारत और जापान की वायुसेना के बीच होगा संयुक्त युद्धाभ्यास
भारत और जापान की वायुसेना द्विपक्षीय वायु रक्षा सहयोग को बढ़ावा देने के लिए जापान के हयाकुरी एयरबेस पर 15 दिवसीय संयुक्त अभ्यास वीर गार्जियन-2023 आयोजित करने के लिए तैयार हैं। इस हवाई अभ्यास में भाग लेने वाले भारतीय दल में चार सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमान, दो सी-17 और एक आईएल-78 परिवहन विमान शामिल होंगे, जबकि जापान की वायु आत्मरक्षा बल (जेएएसडीएफ) चार एफ-2 और चार एफ-15 लड़ाकू विमानों के साथ भाग लेगा। आठ सितंबर को टोक्यो में आयोजित दूसरी विदेश और रक्षा मंत्रिस्तरीय बैठक के दौरान भारत और जापान द्विपक्षीय रक्षा सहयोग बढ़ाने और अधिक सैन्य अभ्यास में शामिल होने पर सहमत हुए थे। इसमें पहला संयुक्त लड़ाकू जेट अभ्यास शामिल है, जो दोनों पक्षों के बीच बढ़ते सुरक्षा सहयोग को दर्शाता है। इस तरह यह अभ्यास दोनों देशों के बीच रणनीतिक संबंधों और रक्षा सहयोग को मजबूत करने की दिशा में एक और कदम होगा।
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