India France Relation: रक्षा उत्पादन का रोडमैप बनाएंगे भारत व फ्रांस, रणनीतिक साझेदारी को नए चरण में ले जाने की तैयारी
टाटा और एयरबस हेलीकॉप्टर के बीच एच125 श्रेणी के हेलीकॉप्टर बनाने का समझौता हुआ है। इसके काफी सारे कल-पुर्जे भारत में बनेंगे। रोबोटिक्स सैन्य वाहन और साइबर डिफेंस दूसरे ऐसे क्षेत्र हैं जहां सहयोग की काफी संभावनाएं हैं और इन्हें भी रोडमैप में शामिल किया जाएगा। विदेश सचिव ने अंतरिक्ष क्षेत्र में सहयोग को सहयोग के नये क्षेत्र के तौर पर चिन्हित किया जिसको लेकर दोनो पक्ष काफी उत्साहित हैं।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। यह तो पहले से ही स्पष्ट था कि भारत और फ्रांस अपनी रणनीतिक साझेदारी को नये चरण में ले जाने की तैयारी में है। पीएम नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रपति मैनुएल मैक्रो के बीच गुरुवार को हुई द्विपक्षीय वार्ता में इसकी पुष्टि भी हो गई। फ्रांस उन देशों में शामिल है जो अपनी अत्याधुनिक रक्षा प्रौद्योगिकी पूरी तरह से भारत को देने और भारतीय कंपनियों के साथ मिल कर मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत बनाने को तैयार है। ऐसे में मोदी और मैक्रो के बीच इस बात की सहमति बनी है कि दोनों देश मिल कर रक्षा उत्पादन का भावी रोडमैप तैयार करेंगे। उस बात की जानकारी शुक्रवार को विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने भी दी।
दोनों देशों के रिश्तों में गर्माहटउन्होंने बताया कि इस रोडमैप के तहत दोनो देश आपसी सहयोग से प्रमुख हथियारों व रक्षा उत्पादों को विकसित करेंगे और उनका उत्पादन करेंगे। मैक्रो गुरुवार को जयपुर में पीएम मोदी के साथ मुलाकात करने के बाद शुक्रवार को गणतंत्र दिवस समारोह में राजकीय मेहमान के तौर पर हिस्सा लिया। भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में हिस्सा लेने वाले वह फ्रांस के छठे राष्ट्रपति हैं जो यह भी बताता है कि ऐतिहासिक तौर पर दोनों देशों के रिश्तों में गर्माहट रही है।
दोनो देशों के बीच रक्षा सहयोग की कई परियोजनाओं पर बात हुईमैक्रो ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर अपनी भावनाओं का इन शब्दों में प्रकटीकरण किया, 'फ्रांस के लिए एक गौरव का क्षण। धन्यवाद, भारत।' एक अन्य पोस्ट में उन्होने लिखा कि मेरे प्रिय मित्र नरेन्द्र मोदी और भारत की जनता, आप सभी को मेरी हार्दिक शुभेच्छा। आपके साथ हम खुश व गर्वान्वित हैं। आइए, इसका जश्न मनाएं। मोदी और मैक्रो की मुलाकात के बारे में क्वात्रा ने कहा कि दोनो देशों के बीच रक्षा सहयोग की कई परियोजनाओं पर बात हो रही है। निजी क्षेत्र की कंपनियां भी एक दूसरे के साथ बात कर रही हैं।
एच125 श्रेणी के हेलीकॉप्टर को लेकर बनी बातटाटा और एयरबस हेलीकॉप्टर के बीच एच125 श्रेणी के हेलीकॉप्टर बनाने का समझौता हुआ है। इसके काफी सारे कल-पुर्जे भारत में बनेंगे। रोबोटिक्स, सैन्य वाहन और साइबर डिफेंस दूसरे ऐसे क्षेत्र हैं जहां सहयोग की काफी संभावनाएं हैं और इन्हें भी रोडमैप में शामिल किया जाएगा। विदेश सचिव ने अंतरिक्ष क्षेत्र में सहयोग को सहयोग के नये क्षेत्र के तौर पर चिन्हित किया जिसको लेकर दोनो पक्ष काफी उत्साहित हैं। साथ साथ मिल कर सैटेलाइट लांच करने को लेकर पहले से ही बातचीत हो रही है। यह मुद्दा मोदी और मैक्रो के बीच उठा था।
हेलीकॉप्टर को लेकर हुए करारएयरबस भारत में लगाएगी हेलीकॉप्टर निर्माण प्लांटविदेश सचिव की प्रेस कांफ्रेंस के कुछ ही देर बाद फ्रेंच कंपनी एयरबस ने बताया है कि उसने टाटा समूह के साथ मिल कर भारत में पहली हेलीकॉप्टर संपूर्ण एसेंबली लाइन बनाने का करार किया है। यह भारत में किसी निजी कंपनी की तरफ से लगाई जाने वाली हेलीकॉप्टर निर्माण की पहली इकाई होगी। यहां से भारत व इस क्षेत्र के दूसरे देशों को हेलीकॉप्टर की आपूर्ति की जाएगी।
विश्व के सर्वश्रेष्ठ हेलीकाप्टरपहली मेड इन इंडिया हेलीकॉप्टर भारतीय प्लांट से वर्ष 2026 में निकलेगी। प्लांट कहां लगेगा, इसकी घोषणा अभी नहीं की गई है। कंपनी ने इस प्लांट को भारत के निर्माण के लिए जरूरी बताया है और इसे भारत के बढ़ते भरोसे का प्रतीक भी बताया है। यह एयरबस की भारत में लगाई जाने वाली दूसरी एंसेबली लाइन होगी। पिछले वर्ष कंपनी ने गुजरात में सैन्य जहाज निर्माण इकाई लगाने की घोषणा की थी। एच-125 को अपनी श्रेणी का विश्व के सर्वश्रेष्ठ हेलीकाप्टर में जाना जाता है।
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