India Myanmar Border: म्यांमार सीमा की होगी बाड़बंदी, मुक्त आवाजाही समझौता होगा रद्द, वीजा के जरिये होगी आवाजाही
म्यांमार और भारत के बीच मुक्त आवाजाही की सुविधा जल्द ही समाप्त हो जाएगी। सीमा पार से बड़ी संख्या में अवैध घुसपैठियों के आने और उग्रवादियों की बढ़ती आवाजाही को देखते हुए सरकार ने म्यांमार के साथ मुक्त आवाजाही समझौते को निरस्त करने का फैसला किया है। इसके साथ ही म्यांमार सीमा पर आवाजाही को नियंत्रित करने के लिए पूरी तरह से बाड़बंदी का फैसला लिया गया है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। म्यांमार और भारत के बीच मुक्त आवाजाही की सुविधा जल्द ही समाप्त हो जाएगी। सीमा पार से बड़ी संख्या में अवैध घुसपैठियों के आने और उग्रवादियों की बढ़ती आवाजाही को देखते हुए सरकार ने म्यांमार के साथ मुक्त आवाजाही समझौते को निरस्त करने का फैसला किया है।
इसके साथ ही सीमा पर आवाजाही को नियंत्रित करने के लिए पाकिस्तान सीमा की तरह से म्यांमार से सटी सीमा पर भी पूरी बाड़बंदी का फैसला लिया गया है। गृह मंत्रालय के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार अगले साढ़े चार सालों में म्यांमार की सीमा पर बाड़ लगाने का काम पूरा कर लिया जाएगा और सिर्फ वीजा के आधार पर ही लोगों की आवाजाही हो सकेगी।
म्यामांर की भारत से 1643 किमी लंबी सीमा
ध्यान देने की बात है कि मिजोरम, मणिपुर, नागालैंड और अरुणाचल प्रदेश से सटी म्यामांर की 1643 किलोमीटर की लंबी सीमा है। इस सीमा के 16 किलोमीटर के दायरे में मुक्त आवाजाही का समझौता है।खुली सीमा होने के कारण पूरे इलाके में ड्रग तस्करी समस्या
समझौते के तहत भारत और म्यांमार में 16 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले नागरिक सीमा पास लेकर दूसरे देश में जा सकते हैं और दो हफ्ते तक रह भी सकते हैं। इस पास की वैधता एक साल की होती है। मणिपुर में हिंसा के पीछे एक प्रमुख कारण म्यांमार से आने वाले घुसपैठिये भी हैं। यही नहीं, खुली सीमा होने के कारण पूरे इलाके में ड्रग तस्करी भी बड़ी समस्या बनी हुई है।