IND-PAK Relation : इतिहास के वो पल जब भारत के भरोसे का पाकिस्तान ने किया कत्ल, बनते हुए रिश्ते कई बार बिगड़े
India-Pakistan Relation भारत और पाकिस्तान पड़ोसी देश है लेकिन बावजूद इसके दोनों देशों के रिश्ते 1947 से ही कड़वाहट भरे रहे हैं। ऐसा नहीं है कि दोनों देशों ने हमेशा से एक दूसरे से सिर्फ बैर रखा है। बल्कि सच्चाई तो यह है कि भारत ने कई बार पाकिस्तान की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाया लेकिन अपनी आदतों से मजबूर पाकिस्तान ने हमेशा विश्वासघात किया।
By Ashisha Singh RajputEdited By: Ashisha Singh RajputUpdated: Sun, 06 Aug 2023 09:41 PM (IST)
नई दिल्ली, आशिषा सिंह राजपूत। India-Pakistan Relation: पाकिस्तान के इन दिनों हालात खस्ता हैं। महंगाई और आर्थिक तंगी की दोहरी मार झेल रहे देश में कोहराम मचा हुआ है। पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पिछले कई सालों से लगातार गिरती जा रही है। इसकी वजह से गरीब वर्ग के लोगों पर भी काफी दबाव है। उनके लिए अपनी दैनिक जरूरतों को पूरा करना एक बड़ी चुनौती बन गया है। वहीं, बड़ी संख्या में लोगों के लिए गुजारा करना लगभग असंभव हो गया है।
पाकिस्तान की मुसीबतें कई गुना बढ़ीं
पिछले साल की विनाशकारी बाढ़ के बाद देश की मुसीबतें कई गुना बढ़ गई हैं। देशवासी आज का समय भले ही जैसे-तैसे काट रहे हैं, लेकिन उनके मन में भविष्य की चिंता घर किए हुए हैं। अर्थव्यवस्था की बदहाली के बीच पाकिस्तान में भुखमरी की भी समस्या बढ़ गई है।भारत और पाकिस्तान पड़ोसी देश है लेकिन बावजूद इसके दोनों देशों के रिश्ते 1947 से ही कड़वाहट भरे रहे हैं। ऐसा नहीं है कि दोनों देशों ने हमेशा से एक दूसरे से सिर्फ बैर रखा है। बल्कि सच्चाई तो यह है कि भारत ने कई बार पाकिस्तान की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाया, लेकिन अपनी आदतों से मजबूर पाकिस्तान ने हमेशा विश्वासघात किया।
पाकिस्तान ने कई बार किया भारत पर हमला
कुछ मौकों पर तो पाकिस्तान ने घिनौनी और जानलेवा हरकतों को भी अंजाम दिया, जिसका भारत ने मुंहतोड़ जवाब दिया। वहीं, कश्मीर को लेकर दोनों ही देश एक दूसरे के शुरू से खिलाफ खड़े हैं। पाकिस्तान की तरफ से कई बार भारत पर हमला कर इसे हड़पने की भी कोशिश की गई हालांकि, वे इसमें नाकाम रहे। भारत और पाकिस्तान के बीच अब तक चार बार लड़ाईयां हो चुकी हैं। पहली लड़ाई 1947, दूसरी लड़ाई 1965, तीसरी लड़ाई 1971 और 1999 में चौथी लड़ाई करगिल वॉर के रूप में लड़ी गई थी।पाकिस्तान के पीएम ने वार्ता की पेशकश
बुरे हालातों से जूझते पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने हाल ही में सीधे तौर पर भारत से बातचीत की पेशकश की है। इस्लामाबाद में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम शरीफ ने कहा कि पड़ोसी देश (भारत) बातचीत के लिए गंभीर हो तो उनकी सरकार उससे हर मुद्दे पर वार्ता को करने तैयार है।
क्या कहा पीएम शहबाज शरीफ ने?
- पीएम शरीफ ने कहा कि, 'पाकिस्तान हर देश से बात करना चाहता है। हम किसी के भी खिलाफ नहीं है। हमें अपने मुल्क को बनाना है। हम अपने पड़ोसी देश के साथ भी हर मुद्दे पर बात करने को तैयार हैं बशर्ते वह भी गंभीरता से आगे आये। क्योंकि अब युद्ध कोई विकल्प नहीं है।''
- आगे पीएम शहबाज ने भारत व पाकिस्तान के परमाणु शक्ति होने का मुद्दा भी उठाया और कहा कि, ''पाकिस्तान अपनी रक्षा के लिए परमाणु हथियार रखे हुए है। हमारे बीच पिछले 75 वर्षों में तीन युद्ध हो चुके हैं। मैं इमानदारी से बताता हूं कि इससे गरीबी व बेरोजगारी बढ़ी है और आम जनता की भलाई के लिए, शिक्षा व स्वास्थ्य के लिए कम फंड कम बचे हैं।''