आस्ट्रेलिया में खालिस्तानी समर्थकों की तरफ से भारतीयों पर हमले का मामला आया सामने, भारत ने मुद्दे को उठाया
एजेंसियों का कहना है कि इसके पीछे खालिस्तानी समूहों का ही हाथ है। भारतीय मंदिरों पर हुए हमले पर आस्ट्रेलिया के भारत में उच्चायुक्त ने अफसोस का इजहार किया था लेकिन खालिस्तान समर्थकों के हमले पर उन्होंने अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
By Jagran NewsEdited By: Shashank MishraUpdated: Mon, 30 Jan 2023 08:02 PM (IST)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। भारत और आस्ट्रेलिया के रणनीतिक रिश्ते लगातार मजबूत हो रहे रिश्तों पर हाल के दिनों में वहां भारतीय हितों को नुकसान पहुंचाने वाली गतिविधियों ने दोनो देशों के राजनयिकों की चिंताओं को बढ़ा दिया है। पिछले एक पखवाड़े के दौरान तीन भारतीय मंदिरों के हमले के बाद अब वहां खालिस्तान समर्थकों के एक समूह ने ना सिर्फ भारतीयों के एक समूह पर हमला किया है बल्कि सार्वजनिक तौर पर भारतीय झंडे का अपमान भी किया गया।
ऐसी घटना शांति की राह में एक बड़ी बाधा: वोहरा
इस मुद्दे पर सोमवार को आस्ट्रेलिया में भारतीय उच्चायुक्त मनप्रीत वोहरा ने विक्टोरिया राज्य के प्रधानमंत्री के समक्ष उठाया। वोहरा ने इस घटनाक्रम को शांति की राह में एक बड़ी बाधा के तौर पर चिन्हित भी किया है। वोहरा ने बताया है कि “विक्टोरिया के प्रधानमंत्री डैनियल एंड्रयूज से मुलाकात की और हमारे मजबूत द्विपक्षीय रिश्तों पर बात की है। मेलबोर्न में कल खालिस्तानी समूहों की तरफ से की गई हिंसा का मुद्दा भी उठाया और कट्टर खालिस्तानी समूहों को किस तरह से रोका जाए इस पर बात हुई है।
खासिस्तानी समूह जो काम कर रहे हैं वह शांति व सद्भाव के लिए घातक साबित हो सकता है।'' सनद रहे कि 12 जनवरी, 2023 को कुछ शरारती तत्वों ने मेलबोर्न स्थित स्वामीनारायण मंदिर पर हमला किया था और वहां भारत विरोधी नारे लिखे थे।
एजेंसियों का कहना है कि इसके पीछे खालिस्तानी समूहों का ही हाथ है। भारतीय मंदिरों पर हुए हमले पर आस्ट्रेलिया के भारत में उच्चायुक्त ने अफसोस का इजहार किया था लेकिन खालिस्तान समर्थकों के हमले पर उन्होंने अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने संकेत दिया है कि वह इस मुद्दे को गंभीरता से आस्ट्रेलिया के विदेश मंत्रालय के समक्ष उठाएगा।
हिंदू मंदिरों पर भी हो रहे हमले
विदेश मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि भारत बहुत ही गंभीरता से पूरे मामले को देख रहा है। भारत इस बात से चिंतित है कि आस्ट्रेलिया में हाल के महीनों में खालिस्तान समर्थकों की गतिविधियां बढ़ी हैं। कनाडा, अमेरिका और ब्रिटेन अभी तक खालिस्तान समर्थकों का गढ़ हुआ करता रहा है। आस्ट्रेलिया में इस तरह की आक्रामक गतिविधियां कम देखने को मिली हैं। आस्ट्रेलिया में पिछले एक पखवाड़े में तीन हिंदू मंदिरों पर हुए हमले के पीछे खालिस्थान समर्थकों की भूमिका मानी जा रही है।भारतीय हितों पर चोट करने वाली ये गतिविधियां तब हो रही हैं जब दोनो देशों के बीच पीएम नरेन्द्र मोदी की आगामी आस्ट्रेलिया यात्रा की तैयारियां चल रही हैं। मई, 2023 के पहले हफ्ते में आस्ट्रेलिया की तरफ अमेरिका, जापान व भारत के प्रमुखों की क्वाड शिखर बैठक आयोजित कराने का प्रस्ताव आया हुआ है। यह बैठक जापान में होने वाली जी-सात प्रमुखों की बैठक के ठीक बाद कराने की योजना है। दोनो देशों के बीच हाल ही में मुक्त व्यापार समझौता हुआ है।
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