MEA Press Conference: इमरान खान पर हुए हमले को लेकर भारत की प्रतिक्रिया, कहा- पूरे मामले पर हमारी नजर
पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर जानलेवा हमला हुए है। घटना को लेकर भारतीय विदेश मंत्रालय ने प्रतिक्रिया दी है। एमईए के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि भारत पूरे वाक्ये पर नजर बनाए हुए है।
By AgencyEdited By: Amit SinghUpdated: Thu, 03 Nov 2022 07:12 PM (IST)
नई दिल्ली, एएनआई: पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर जानलेवा हमला हुए है। घटना को लेकर भारतीय विदेश मंत्रालय ने प्रतिक्रिया दी है। एमईए के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि, भारत पूरे वाक्ये पर नजर बनाए हुए है। बागची ने कहा कि यह एक हालिया घटना है, भारत पूरे मामले पर करीब से नजर बनाए हुए है। घटनाक्रम की लगातार निगरानी की जा रही है।
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सीपीईसी को लेकर भारत ने दर्ज कराया विरोध
प्रेस वार्ता के दौरान बागची ने कहा कि, पाक प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की चीन यात्रा को लेकर जारी संयुक्त बयान में जम्मू-कश्मीर को अनुचित संदर्भ शामिल किया गया है। उन्होंने साफ किया कि, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा हैं और हमेशा रहेंगे। वहीं, चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे को लेकर भी बागची ने भारत का विरोध दर्ज कराया है। उन्होंने कहा कि, जहां तक चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) का सवाल है, हमने लगातार चीन और पाकिस्तान को अपने विरोध और चिंताओं से अवगत कराया है। CPEC में भारत के संप्रभु क्षेत्र की परियोजनाएं शामिल हैं जो जबरन और अवैध कब्जे में हैं।It's a development that just took place. We're closely keeping an eye & we'll continue to monitor ongoing developments. Don't have anything beyond that to say as it's just a developing story: MEA Spox Arindam Bagchi on firing on Imran Khan's rally in Pak wherein he too is injured pic.twitter.com/b63PpQPwgI
— ANI (@ANI) November 3, 2022
यूक्रेन संघर्ष को लेकर भारत का रुख तटस्थ
वहीं, यूक्रेन संघर्ष को लेकर भारत ने अपना तटस्थ रुख दोहराया है। बागची ने कहा कि युद्ध को भारत की स्थिति हमेशा स्पष्ट रही है। हम चाहते हैं कि बातचीत द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर केंद्रित हो। उन्होंने बताया की रूस यात्रा के दौरान विदेश मंत्री जयशंकर युद्ध की स्थिति को लेकर चर्चा कर सकते हैं। यह भी पढ़े: Sri Lanka and China: राजपक्षे सरकार की गलत नीतियों ने 2019 में ही लिख दी थी देश की बदहाली की कहानी