BRICS Summit 2024: 'हमारे रिश्ते ऐसे कि ट्रांसलेटर की जरूरत नहीं', पुतिन की बात सुनते ही पीएम मोदी ने लगाए जोरदार ठहाके
पुतिन के आमंत्रण पर मोदी 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए मंगलवार को रूस पहुंचे। यह पिछले तीन महीनों में मोदी की दूसरी रूस यात्रा है। जुलाई 2024 में मोदी और पुतिन की अगुआई में मास्को में भारत-रूस की सालाना बैठक हुई थी। उस मुलाकात में भी मोदी ने भारत की तरफ से यूक्रेन-रूस युद्ध को समाप्त करने के लिए हरसंभव मदद की पेशकश की थी।
रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष
उल्लेखनीय है कि नौ जुलाई को मास्को सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन से कहा था कि यूक्रेन संघर्ष का समाधान युद्ध के मैदान में संभव नहीं है और बम व गोलियों के बीच शांति के प्रयास सफल नहीं हो सकते। इसके कुछ हफ्तों बाद वह यूक्रेन गए थे।मोदी ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा, राष्ट्रपति पुतिन के साथ मुलाकात बहुत ही बढि़या रही। भारत और रूस के बीच बहुत ही गहरे संबंध हैं। आज हमने विभिन्न क्षेत्रों में अपने सहयोग को और ज्यादा व्यापक बनाने पर विस्तार से बात की है। उन्होंने कजान हवाई अड्डे पर उतरने से संबंधित एक अन्य पोस्ट में लिखा कि ऐसा कनेक्ट और किसी के साथ नहीं है।
शांति बहाली की मांग
वहां राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ बातचीत में मोदी ने कहा था कि जारी युद्ध को समाप्त करने के लिए यूक्रेन और रूस को बिना समय बर्बाद किए एक साथ बैठना चाहिए और क्षेत्र में शांति बहाली के लिए भारत सक्रिय भूमिका निभाने के लिए तैयार है। भारत लगातार कहता रहा है कि यूक्रेन संघर्ष का समाधान वार्ता और कूटनीति से किया जाना चाहिए।हमारे रिश्ते ऐसे कि अनुवादक की जरूरत नहीं: पुतिन
भारत और रूस के बीच घनिष्ठ संबंधों और प्रधानमंत्री के साथ व्यक्तिगत तालमेल को दर्शाते हुए राष्ट्रपति पुतिन ने द्विपक्षीय बैठक के दौरान कहा, 'हमारे बीच ऐसा रिश्ता है कि मुझे लगता है कि मेरी बात को समझने के लिए आपको किसी अनुवादक की जरूरत नहीं है।' प्रधानमंत्री मोदी भी उनकी रूसी भाषा में की गई इस बात का हिंदी अनुवाद सुनकर मुस्कुरा दिए। पुतिन ने यह भी कहा, 'जुलाई में हमारी मुलाकात हुई थी और कई मुद्दों पर हमारी बहुत अच्छी चर्चा हुई थी। हमने कई बार टेलीफोन पर भी बात की। कजान आने का निमंत्रण स्वीकार करने के लिए मैं आपका बहुत आभारी हूं।' उन्होंने कहा कि रूस-भारत संबंधों की विशेषता 'विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी' है और यह लगातार विकसित और मजबूत हो रही है। हमारे विदेश मंत्री लगातार संपर्क में हैं। व्यापार कारोबार अच्छी स्थिति में है। अंतर-सरकारी आयोग की अगली बैठक 12 नवंबर को नई दिल्ली में होने वाली है।कजान में नया वाणिज्य दूतावास
कजान में भारत ने नया वाणिज्य दूतावास खोला है। इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी ने पुतिन को धन्यवाद देते हुए कहा कि इसके खुलने से दोनों देशों के संबंध और मजबूत होंगे।ईरान के राष्ट्रपति से भी मुलाकात
प्रधानमंत्री मोदी ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन के अलावा ईरान के नए राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान से भी मुलाकात की। पेजेश्कियान के जुलाई में ईरान का राष्ट्रपति चुने जाने के बाद मोदी की उनसे यह पहली मुलाकात है।वीडियो यहां देखें
यह भी पढ़ें: BRICS Summit 2024: पीएम मोदी ने पुतिन के सामने फिर किया यूक्रेन युद्ध का जिक्र, रूस के राष्ट्रपति ने बताया बैठक में क्या हुई बातचीत🇷🇺🇮🇳 "Our Relations are So Good, You Understand Without a Translator" - Putin Jokes with Modi
A friendship between nations not lost in translation?#BRICS2024 pic.twitter.com/bQ92M1yZHB
— RT_India (@RT_India_news) October 22, 2024