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भारत ने रोहिंग्याओं का पहला जत्था म्यांमार वापस भेजा, सैन्य तख्तापलट होने के बाद देश में दाखिल हुए घुसपैठिए

भारत में अवैध रूप से घुसे घुसपैठिए रोहिंग्याओं का पहला जत्था म्यांमार वापस भेज दिया गया है। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन.बीरन सिंह ने एक्स पोस्ट के जरिए इसकी जानकारी दी। साल 2021 में म्यांमार में सैन्य तख्तापलट होने के बाद सैकड़ों रोहिंग्या अवैध रूप से भारतीय राज्यों में घुस आए थे। इनके कारण भारत में सांप्रदायिक तनाव फैलने का खतरा बना हुआ था।

By Agency Edited By: Mahen Khanna Updated: Sat, 09 Mar 2024 04:00 AM (IST)
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सैकड़ों रोहिंग्या अवैध रूप से भारत में घुसे थे।
रायटर, नई दिल्ली। भारत ने शुक्रवार को घुसपैठिए रोहिंग्याओं का पहला जत्था म्यांमार वापस भेज दिया। 2021 में म्यांमार में सैन्य तख्तापलट होने के बाद सैकड़ों रोहिंग्या अवैध रूप से भारतीय राज्यों में घुस आए थे। इनके कारण भारत में सांप्रदायिक तनाव फैलने का खतरा बना हुआ था। हालांकि, अभी यह जानकारी नहीं हो सकी है कि कितने लोगों को निर्वासित किया गया है।

मुख्यमंत्री एन.बीरन सिंह ने किया पोस्ट

यह जानकारी पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर के मुख्यमंत्री एन.बीरन सिंह ने एक्स पोस्ट कर दी। इस दौरान उन्होंने रोहिंग्याओं को वैन से एयरपोर्ट ले जाने का वीडियो भी साझा किया।

वीजा मुक्त आवाजाही नीति हो चुकी समाप्त

बता दें कि गत माह भारत ने कहा था कि वह राष्ट्रीय सुरक्षा समेत सीमावर्ती इलाकों के नागरिकों की सुरक्षा के मद्देनजर म्यांमार के साथ दशकों पुरानी वीजा मुक्त आवाजाही नीति को समाप्त करने की घोषणा की थी। इसके कुछ दिन बाद ही गृह मंत्री अमित शाह ने म्यांमार के साथ लगने वाली 1643 किमी सीमा पर बाड़ लगाने की घोषणा की थी।