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Gold Facts and History: गोल्ड की है दुनिया दीवानी, 5 हजार साल से कर रहा लोगों के दिलों पर राज

Gold History जैसा कि हम सब जानते हैं कि सोना एक बहुत कीमती धातु है और प्राचीन काल से इसका उपयोग सिक्के आभूषण बनाने एवं धन संग्रह के लिए किया जाता रहा है। आज हम आपको भारत में सोने के इतिहास और इसके उपयोग से जुड़े कुछ रोचक तथ्य बताएंगे।

By Babli KumariEdited By: Babli KumariUpdated: Sun, 23 Apr 2023 03:30 PM (IST)
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Gold Facts and History भारत में सोने के इतिहास और इसके उपयोग से जुड़े कुछ रोचक तथ्य
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। हर चमकने वाली चीज़ सोना नहीं होती...इस एक कहावत से ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि सोना कितना मूल्यवान माना गया है। सोना यानी कि गोल्ड (GOLD) सबसे कीमती धातुओं में से एक है। वैज्ञानिकों और इतिहासकारों का मानना है कि सोना धरती पर खोजी गई सबसे पुरानी धातुओं में से एक है। इसकी खोज करीब 5,000 साल पहले हुई थी।

देश–दुनिया में सोना सिर्फ एक धातु ही नहीं, बल्कि आर्थिक संपन्नता का भी प्रतीक माना जाता है। वहीं भारतीय महिलाओं के बीच सोने के प्रति हमेशा से एक विशेष लगाव देखने को मिलता है। हमारे देश में सोने के आभूषणों का प्रचलन काफी अधिक है।

लोग त्योहारों पर, शादी समारोह में या अन्य किसी विशेष अवसर पर सोने से बने आभूषण पहनना और उपहार में देना पसंद करते हैं। साथ ही कुछ लोगों को सोने से बनी वस्तुओं को इकट्ठा करना भी अच्छा लगता है। आज भी भारत में सोने के आभूषणों के बिना शादियों की कल्पना नहीं की जा सकती है। 

भारत को कहा जाता था सोने की चिड़िया

जैसा कि हम सबको पता ही है कि भारत को एक जमाने में 'सोने की चिड़िया' कहा जाता था और ऐसा कहने की कई वजहें भी थीं। कहा जाता है कि 1739 में पर्शिया (अब ईरान) के शासक नादिर शाह ने जब दिल्ली पर हमला किया तो यहां से इतना सोना लूटा कि तीन साल तक वहां किसी को टैक्स देने की जरूरत नहीं पड़ी।

इतना ही नहीं, मुगल शासक शाहजहां ने भी अपने लिए एक सिंहासन बनवाया जो कि पूरा ठोस सोने का बना था। इसे 'तख्त-ए-ताऊस' कहा जाता था। ब्रिटिश भी अपने शासन में भारत से बहुत ज्यादा सोना लूटकर ले गए थे। इस तरह जो भी आया वो कुछ न कुछ लूट कर गया। तो आइए जानते है सोने से जुड़े हुए ऐसे कई तथ्य जो शायद आपको मालूम न हो- 

सोने से जुड़े कुछ रोचक तथ्य (Gold Facts)

  • सोने को किसी भी आकार में ढाला जा सकता है।
  • सोने में न तो जंग ही लगता है और न ही यह मैला होता है।
  • सोने को गुड कंडक्टर माना गया है।
  • शुद्ध सोना चमकदार पीले रंग का होता है, जो कि बहुत ही आकर्षक रंग है।
  • धरती का 80 फीसदी सोना अभी भी जमीन के नीचे ही दफन है।
  • समुंद्र में इतना सोना है कि अगर सारा निकाल लिया जाए तो हर इंसान के पास चार किलो सोना होगा।
  • सोना और कॉपर सबसे पहले खोजी गईं धातुएं हैं। इन्हें करीब पांच हजार साल पहले खोजा गया था।
  • दुनियाभर के वैज्ञानिक मानते हैं कि सोना सिर्फ धरती पर ही नहीं बल्कि बुध, मंगल और शुक्र ग्रह पर भी मिल सकता है।
  • सोने का सबसे बड़ा टुकड़ा पांच फरवरी 1869 को ऑस्ट्रेलिया में मिला था। यह लगभग 69 किलो का शुद्ध सोने का टुकड़ा था और जमीन से केवल दो इंच नीचे मिला था।
  • सोना हमारी त्वचा के लिए भी फायदेमंद होता है। सोने के गहने पहनने से त्वचा की डेड सेल्स खत्म हो जाती हैं।
  • पूरी दुनिया में सोने की सबसे ज्यादा खपत भारत में होती है, लेकिन दुनिया के कुल सोने के उत्पादन का केवल 2 फीसद ही भारत में होता है।
  • दुनिया में सबसे अधिक सोना निकालने वाली कंपनी का नाम है बैरिक गोल्ड। यह कनाडा की कंपनी है और इसका कारोबार ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका और अफ्रीका में फैला हुआ है।
  • सोने का खाया भी जा सकता है। कुछ एशियाई देशों में सोना फलों, जैली, स्नैक्स, कॉफी और चाय में डाला जाता है।
  • 15वीं शताब्दी से ही यूरोपियन लोग डैंजिगर गोल्डवॉशर (Danziger Goldwasser) और गोल्डश्लैगर (Goldschlager) जैसी शराब में सोने की पत्ती भी रखते आ रहे हैं।

आइये देखते हैं कि भारत में सोना कहां–कहां पाया जाता है?

भारत की सबसे अधिक मात्रा में खपत होने वाली वस्तुओं में सोना प्रमुख है। क्रूड ऑयल के बाद देश में सर्वाधिक मूल्य का आयात किया जाने वाला आइटम सोना ही है। भारत में परिष्कृत सोने का कुल अनुमानित भंडार लगभग 10,000 टन से अधिक है, जिसमें सबसे अधिक मात्रा आभूषण के रूप में संग्रहित है। कोलार गोल्ड फील्ड, हुत्ति गोल्ड फील्ड और रामगिरी गोल्ड फील्ड देश की सबसे महत्वपूर्ण गोल्ड फील्ड्स हैं।

  • भारत में सोने का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य कर्नाटक है।
  • कर्नाटक में सोने की खदानें कोलार (कोलार गोल्ड फील्ड), धारवाड़, हसन और रायचूर (हुत्ति गोल्ड फील्ड) जिलों में स्थित हैं।
  • इस राज्य के पास लगभग 17.5 लाख टन सोने के अयस्क के भंडार हैं, जिसमें 42,023 किलो धातु रूप में उत्पादन मुख्य रूप से कोलार, धारवाड़, हसन और रायचूर जिलों में किया जाता है।
  • यह राज्य भारत मे 88.7 फीसदी सोने का उत्पादन करता है।
  • भारत में सोने का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक राज्य आंध्र प्रदेश है।
  • इस राज्य में सोने के अयस्क के लगभग 7.06 लाख टन का भंडार है, जिनसे 37,025 किलो स्वर्ण धातु के रूप में उत्पादन किया जाता है।
  • अनंतपुर जिले में रामगिरी आंध्र प्रदेश में सबसे महत्वपूर्ण सोने की खदान है।
  • यहां सोने के भंडार जलोढ़ और प्लेसर डिपॉजिट की अवस्था में व्यापक रूप से नदियों के पास बड़ी संख्या में फैले हुए हैं।
  • यह राज्य तकरीबन 344 किलो सोने का उत्पादन करता है, जो कि भारत के कुल सोने के उत्पादन का 11 प्रतिशत से अधिक है।
  • सुवर्णरेखा (जिसका मतलब ही है सोने की लकीर) नदी की रेत मे सोना जलोढ़ डिपॉजिट के रूप में पाया जाता है।
  • सिंहभूम जिले में सोना नदी भी इसके लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है।
  • सोनापाट घाटी जलोढ़ सोने का एक और प्रमुख स्थल है।
  • पुन्ना पुझा और चबियार पुझा नदी के पास के इलाकों में भी कुछ मात्रा में सोना पाया जाता है।
  • जलोढ़ सोना अंबनकडावा पुझा, चबियार पुझा नदियों में और मन्नारकाट के पास की नदियों में पाया जाता है।

हमारे मंदिर भी हैं सोने के भंडार

वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के एक आंकलन के अनुसार भारत में अभी भी 22,000 टन सोना लोगों के पास है, जिसमें लगभग 3,000-4,000 टन सोना भारत के मंदिरों में है। एक अनुमान के मुताबिक भारत के 13 मंदिरों के पास भारत के सभी अरबपतियों से भी ज्यादा धन है। यदि मंदिर के आंकड़ों के हिसाब से देखा जाए तो भारत कल भी ’सोने की चिड़िया’ था और आज भी है। भारत के कुछ मंदिरों में इतना सोना रखा है कि कुछ राज्यों की पूरी आय भी मंदिरों की आय से कम है।

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