इंसान से पहले रोबोट को अंतरिक्ष में क्यों भेजा रहा ISRO? केंद्रीय मंत्री ने बताया पूरा प्लान
गगनयान मिशन से पहले महिला रोबोट अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरेगी। केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा अंतरिक्ष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जितेंद्र सिंह ने जानकारी दी कि व्योममित्र मिशन इस वर्ष की तीसरी तिमाही के लिए निर्धारित है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि व्योममित्र को इस तरह से डिजाइन किया गया है ताकि अंतरिक्ष वातावरण में इंसान कैसे काम करेंगे इसे समझा जा सके।
एएनआई, नई दिल्ली। इसरो के महत्वाकांक्षी गगनयान मिशन से पहले महिला रोबोट अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरेगी। केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा अंतरिक्ष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जितेंद्र सिंह ने कहा, व्योममित्र मिशन इस वर्ष की तीसरी तिमाही के लिए निर्धारित है।
मिशन गगनयान अगले साल यानी 2025 में लाॉंच होने वाला है। व्योममित्र संस्कृत के शब्द व्योम (आकाश) और मित्र (दोस्त) से मिलकर बना है।
तीन यात्री भेजे जाएंगे अंतरिक्ष में
केंद्रीय मंत्री ने कहा, "व्योममित्र को इस तरह से डिजाइन किया गया है ताकि अंतरिक्ष वातावरण में इंसान कैसे काम करेंगे इसे समझा जा सके। गगनयान अभियान के तहत पृथ्वी की 400 किलोमीटर पर स्थित निचली कक्षा में तीन दिन के लिए तीन यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजा जाएगा।"
उनकी पृथ्वी पर सुरक्षित वापसी भी कराई जाएगी। अमेरिका, रूस और चीन के बाद भारत अंतरिक्ष में मानव भेजने वाला चौथा देश बन जाएगा।