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भारत से ब्रह्मोस मिसाइल सिस्टम का सबक सीखेगी फिलीपींस की सेना, जुलाई में शुरू होगी ट्रेनिंग

जनवरी में फिलीपींस के साथ हुए रक्षा सौदे के बाद अब वहां के सैनिकों को ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल की तकनीक भारत समझाएगा। इसके लिए फिलीपींस के सैनिक जुलाई में भारत आ रहे हैं ताकि इसकी आपरेटिंग प्रक्रिया को समझ सकें।

By Monika MinalEdited By: Updated: Sat, 09 Apr 2022 03:05 PM (IST)
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भारत से ब्रह्मोस मिसाइल सिस्टम का सबक सीखेगी फिलीपींस की सेना, जुलाई में शुरू होगी ट्रेनिंग
 नई दिल्ली, एएनआइ। इस साल जुलाई महीने से फिलीपींस की सेना को भारत में ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल सिस्टम की ट्रेनिंग दी जाएगी। इस मिसाइल सिस्टम के लिए जनवरी माह में डील हुई थी। भारत और फिलीपींस के बीच का यह ये ब्रह्मोस रक्षा सौदा 37.4 करोड़ डालर का है। यह अब तक का भारत का सबसे बड़ा स्वदेशी रक्षा सौदा है। फिलीपींस को दिए जाने वाले ब्रह्मोस की रेंज 290 किलोमीटर होगी।

बता दें कि फिलिपींस ने इस माह की शुरुआत में एंटी शिप क्रूज मिसाइल बटालियन को सक्रिय किया है। प्राप्त खबर के अनुसार भारत और रूस के संयुक्त उद्यम कंपनी ब्रह्मोस एयरोस्पेस की ओर से एंटी शिप मिसाइल सिस्टम के लिए बेस स्थापित करने में फिलिपींस की सेना को मदद दी जा रही है। ब्रह्मोस मिसाइल सिस्टम की पहली खेप अगले 18 महीनों में मनीला पहुंच जाएगी। इस साल जुलाई-अगस्त में वहां की सेना भारत आना शुरू कर देगी ताकि मिसाइल की ट्रेनिंग ले सकेंगे।

दिल्ली और हैदराबाद में फिलीपींस सेना की ट्रेनिंग होगी जिसमें ब्रह्मोस एयरोस्पेस की भूमिका भी अहम होगी। इस मिसाइल के लिए फिलीपींस के साथ हुआ डील किसी भी अन्य देश की तुलना में सबसे बड़ा निर्यात सौदा है। इस कंट्रैक्ट में फायरिंग की ट्रेनिंग और मिसाइल की देखरेख भी शामिल है। ब्रह्मोस एयरोस्पेस व DRDO मिलकर तीनों सैन्य बलों में शामिल इस मिसाइल की क्षमताओं के विकास पर काम कर रहे हैं। हाल ही में यह मिसाइल विवादों के केंद्र में था जब गलती से पश्चिम भारत की मिसाइल बेस से इसे फायर किया गया और यह पाकिस्तान चला गया था।

क्रूज मिसाइल बटालियन ब्रह्मोस परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है। भारत का ब्रह्मोस उस 'ब्रह्मास्त्र' की तरह ही है जो एक बार चल गया तो फिर उसे रोका नहीं जा सकता है। यह ध्वनि की गति से तीन गुना रफ्तार से टारगेट को हिट करती है।