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India-US Dialogue: दिल्ली पहुंचे अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन, भारत और अमेरिका के बीच आज होगी 'टू प्लस टू' वार्ता

India US Dialogue भारत-अमेरिका के बीच होने वाली पांचवी टू प्लस टू वार्ता का एजेंडा काफी व्यापक है लेकिन दोनों देशों के बीच रक्षा व सुरक्षा तंत्र सहयोग को किस तरह से और ज्यादा प्रगाढ़ किया जाए इस पर खास ध्यान दिया जाएगा। इस वार्ता की अगुवाई भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अमेरिका के विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकेन और रक्षा मंत्री लॉयड आस्टिन करेंगे।

By Jagran NewsEdited By: Mahen KhannaUpdated: Fri, 10 Nov 2023 04:47 AM (IST)
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India US Dialogue अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन दिल्ली पहुंचे ।
जयप्रकाश रंजन, नई दिल्ली। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन 5वीं भारत- अमेरिका 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता की सह-अध्यक्षता करने के लिए दिल्ली पहुंच गए हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि ब्लिंकन की यात्रा से भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को और बढ़ावा मिलेगा। 

'टू प्लस टू' वार्ता का एजेंडा काफी व्यापक

भारत और अमेरिका के बीच होने वाली पांचवी 'टू प्लस टू' वार्ता का एजेंडा काफी व्यापक है, लेकिन दोनो देशों के बीच रक्षा व सुरक्षा तंत्र सहयोग को किस तरह से और ज्यादा प्रगाढ़ किया जाए, इस पर खास ध्यान दिया जाएगा।

इस वार्ता से ठीक 48 घंटे पहले भारत और अमेरिका के बीच रक्षा क्षेत्र को लेकर गठित विशेष समिति इंडिया-यूएस डिफेंस एक्सीलेरेशन सिस्टम (इंडोयूएस-एक्स) की बैठक इसका संकेत दे रही है। दोनों देशों के रक्षा मंत्रालयों की अगुवाई में हुई इंडोयूएस-एक्स की बैठक रक्षा क्षेत्र से जुड़ी कंपनियों, स्टार्टअप आदि के बीच विमर्श का पहला मौका था जो यह तय करेगा कि रक्षा सहयोग को किस तरह से दिशा दिया जाए।

कई विषयों पर होगा विचार-विमर्श

रक्षा क्षेत्र के अलावा हिंद-प्रशांत क्षेत्र की स्थिति, पश्चिम एशिया की स्थिति, यूक्रेन-रूस विवाद, संयुक्त राष्ट्र जैसे बहुराष्ट्रीय एजेंसियों में बदलाव, स्वच्छ पर्यावरण व ऊर्जा, स्वास्थ्य जैसे विषयों पर भी विमर्श होगा। टू प्लस टू वार्ता की अगुवाई भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अमेरिका के विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकेन और रक्षा मंत्री लॉयड आस्टिन करेंगे।

जयशंकर और ब्लिंकन की होगी अलग द्विपक्षीय बैठक

अमेरिका के अलावा भारत कुछ और देशों के साथ इस तर्ज पर वार्ता करता है, लेकिन जिस तरह की तैयारी अमेरिका के साथ बैठक कई मायने में खास है। पिछली बैठक अप्रैल, 2022 में हुई थी और उसमें जो भी फैसले किये गये थे उनकी लगातार समीक्षा भी दोनों देश आपसी बैठकों में कर रहे हैं। इस वार्ता से पहले जयशंकर और ब्लिंकन व सिंह और आस्टिन की अलग अलग द्विपक्षीय बैठक भी होगी। इस तरह से कुल तीन बैठकें होंगी।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची से जब यह पूछा गया कि क्या अमेरिका के साथ कनाडा व भारत के बीच चल रहे कूटनीतिक विवाद पर भी चर्चा होगी तो उनका जवाब था कि, “अगर यह मुद्दा उठाया जाता है तो भारत को बात करने में खुशी होगी।'' खालिस्तान समर्थक आतंकी हरदीप सिंह निज्जर हत्याकांड को लेकर भारत और कनाडा के बीच कूटनीतिक विवाद चल रहा है।

अमेरिका का रुख इस मामले में अभी तक कनाडा के साथ है। सूत्रों ने बताया कि सप्लाई चेन एक दूसरा अहम मुद्दा होगा। पीएम नरेन्द्र मोदी ने जब जून, 2023 में अमेरिका की यात्रा की थी तब इस बारे में वहां आधिकारिक स्तर पर बात हुई थी। इस बारे में कुछ महत्वपूर्ण घोषणाएं भी हुई थी। अगले हफ्ते उद्योग व वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल अमेरिका जा रहे हैं जहां इस बारे में दोनो देशों के बीच आगे बातचीत होगी।

इलेक्ट्रोनिक्स उत्पादों के आयात पर नए नियम पर भी होगी चर्चा

टू प्लस टू वार्ता में अमेरिका की तरफ से भारत सरकार की तरफ से हाल ही कुछ इलेक्ट्रोनिक्स उत्पादों के आयात को लेकर नये नियम बनाये जाने का मुद्दा उठाये जाने की संभावना है। वैसे भारत सरकार ने फिलहाल इस नियम को लागू नहीं किया है लेकिन अमेरिकी कंपनियां भारत सरकार की मौजूदा व्यापार नीतियों को लेकर शिकायत करती रहती हैं।

पिछले वर्ष की टू प्लस टू वार्ता में भी अमेरिकी पक्ष ने इस मुद्दे को उठाया था और कहा था कि पारदर्शी और स्थिर कारोबारी माहौल निजी निवेश के लिए बहुत जरूरी है।