गणतंत्र दिवस परेड में दिखेगी भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी की धार
सीतारमण ने कहा कि आसियान के दस राष्ट्राध्यक्षों का गणतंत्र दिवस परेड में आना दर्शाता है कि भारत की बात को विश्व पटल पर कितनी संजीदगी से लिया जा रहा है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी धीरे-धीरे अपना रूप ले रही है और गणतंत्र दिवस की समारोह में इसकी धार दिखाई देगी। रक्षा मंत्री दिल्ली कैंट में एनसीसी रिपब्लिक डे कैप में पहुंची थीं।
सीतारमण ने कहा कि आसियान के दस राष्ट्राध्यक्षों का गणतंत्र दिवस परेड में आना दर्शाता है कि भारत की बात को विश्व पटल पर कितनी संजीदगी से लिया जा रहा है। उनका कहना था कि पहले हमारी नीति थी कि लुक ईस्ट, लेकिन पीएम नरेंद्र मोदी ने इसे नया नाम दिया है एक्ट ईस्ट पॉलिसी। गौरतलब है कि आसियान में शामिल थाईलैंड, वियतनाम, इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, सिंगापुर, म्यांमार, कंबोडिया, लाओस व ब्रुनेई के राष्ट्राध्यक्ष 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि होंगे।
इससे पहले उन्होंने रक्षा मंत्री पदक एनसीसी कैडेट्स को दिए। इनकी शुरुआत 1989 में की गई थी। यह हर साल दिया जाता है। रक्षा मंत्री ने कहा कि एनसीसी ने अपने गठन के बाद से ही राष्ट्र निर्माण में बेहतरीन योगदान दिया। अभी इससे 13 लाख छात्र संबद्ध हैं। सरकार की योजना है कि चरणबद्ध तरीके से इनकी संख्या 20 लाख की जाए। इन कैडेट्स ने न केवल सफाई अभियान, बल्कि कन्या बचाओ मुहिम में भी अनुकरणीय योगदान दिया है। रक्षा मंत्री ने हाल ऑफ फेम गैलरी का भी दौरा किया। फ्लैग एरिया के निरीक्षण के दौरान उन्होंने कुछ कैडेटों से हाथ मिलाया।