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Indian Air Force: सीमाओं पर होगी चप्पे-चप्पे की निगरानी, अगले साल तक उपग्रह लॉन्च कर सकती है भारतीय वायुसेना

भारतीय वायुसेना की ताकत में और इजाफा होने वाला है। दरअसल वायुसेना अगले साल यानी 2025 में उपग्रह लॉन्च कर सकती है। यह उपग्रह स्टार्ट-अप कंपनी पिक्सल स्पेस तैयार करेगी। कंपनी ने मल्टी पेलोड उपग्रहों की आपूर्ति का अनुबंध वायुसेना से किया है। अनुबंध के तहत 150 किलोग्राम तक के छोटे उपग्रहों को विकसित किया जाएगा। वायुसेना ही उपग्रह को संचालित करेगी।

By Jagran News Edited By: Ajay Kumar Updated: Sun, 07 Jul 2024 08:19 PM (IST)
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भारतीय वायुसेना लॉन्च करेगी उपग्रह। (सांकेतिक फोटो)

पीटीआई, नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना अगले वर्ष के मध्य तक उपग्रह लांच कर सकती है। इससे देश की सीमाओं की निगरानी करने की वायुसेना की क्षमता में इजाफा होगा। बेंगलुरु स्थित अंतरिक्ष स्टार्ट-अप पिक्सल स्पेस ने मल्टी पेलोड उपग्रहों की आपूर्ति के लिए वायुसेना के साथ अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं। आइडीईएक्स के तहत यह करार किया गया है।

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छोटे उपग्रहों के लिए हुआ अनुबंध

इनोवेशन फॉर डिफेंस एक्सिलेंस (आइडीईएक्स) का उद्देश्य उद्योग को शामिल करके रक्षा और एयरोस्पेस के लिए नवाचार और प्रौद्योगिकी विकास को बढ़ावा देने के लिए ईकोसिस्टम बनाना है। यह अनुबंध इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल, इन्फ्रारेड, सिंथेटिक एपर्चर रडार और हाइपर-स्पेक्ट्रल उद्देश्यों के लिए 150 किलोग्राम तक के छोटे उपग्रहों को विकसित करने के लिए किया गया है।

वायुसेना करेगी उपग्रह का संचालन

पिक्सल को उपग्रह बनाकर उसे वायुसेना को सौंपना है। उपग्रह का संचालन वायुसेना करेगी। पिक्सल की स्थापना बिट्स पिलानी के युवा उद्यमियों अवैस अहमद और क्षितिज खंडेलवाल ने उच्च शिक्षा प्राप्त करने के दौरान की थी। अहमद ने कहा, हमारा लक्ष्य है कि 2025 के मध्य तक उपग्रह को लॉन्च कर दिया जाए। कंपनी की योजना इस साल छह और अगले साल 18 सेटेलाइट लॉन्च करने की है।

क्षुद्रग्रहों का अध्ययन करना चाहती है पिक्सेल

पिक्सेल की नजर सिस-लूनर स्पेस पर भी है जो पृथ्वी और चंद्रमा की कक्षा के बीच का क्षेत्र है। अहमद ने कहा कि कंपनी क्षुद्रग्रहों का अध्ययन करने के लिए चंद्र कक्षाओं में उपग्रह स्थापित करना चाहती है ताकि वहां बहुमूल्य संसाधनों का पता लगाया जा सके।

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