भारतीय वायु सेना का दल पहुंचा संयुक्त अरब अमीरात, बहुपक्षीय अभ्यास एक्स डेजर्ट फ्लैग में लेगा भाग
भारतीय वायु सेना का एक दल संयुक्त अरब अमीरात (UAE)में है। बता दें कि यहां वायु सेना का दल बहुपक्षीय अभ्यास एक्स डेजर्ट फ्लैग में भाग लेगी। इस अभ्यास में भारत की ओर दो सी-17 परिवहन विमानों के साथ 5 एलसीए तेजस लड़ाकू विमान हिस्सा ले रहे हैं।
By AgencyEdited By: Nidhi AvinashUpdated: Sat, 25 Feb 2023 04:09 PM (IST)
नई दिल्ली, एजेंसी। भारतीय वायु सेना का एक दल संयुक्त अरब अमीरात (UAE)में है। बता दें कि यहां वायु सेना का दल बहुपक्षीय अभ्यास एक्स डेजर्ट फ्लैग (multilateral exercise Ex Desert Flag) में भाग लेगी। इस अभ्यास में भारत की ओर दो सी-17 परिवहन विमानों के साथ 5 एलसीए तेजस लड़ाकू विमान हिस्सा ले रहे हैं। IAF अधिकारी ने बताया कि अभ्यास 17 मार्च तक आयोजित किया जाएगा।
LCA तेजस लड़ाकू विमान होगा तैनात
IAF अधिकारी ने कहा कि यह पहली बार है कि भारतीय वायु सेना ने देश के बाहर अभ्यास के लिए भारत में निर्मित LCA तेजस लड़ाकू विमान को तैनात किया है। जानकारी के लिए बता दें कि एक्सरसाइज डेजर्ट फ्लैग एक बहुपक्षीय हवाई अभ्यास है जिसमें भारत के अलावा, यूएई, फ्रांस, कुवैत, ऑस्ट्रेलिया, यूके, बहरीन, मोरक्को, स्पेन, कोरिया और यूएसए की वायु सेनाएं भी भाग लेंगी। ये अभ्यास सोमवार यानि 27 फरवरी से शुरू होने वाला है।कर्नाटक सरकार के कर्मचारी एक मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर, सीएम बोम्मई पर लगाए गंभीर आरोप
लड़ाकू कार्यक्रमों में भाग लेना अभ्यास का उद्देश्य
भारतीय वायु सेना ने बताया कि अभ्यास का उद्देश्य विविध लड़ाकू कार्यक्रमों में भाग लेना और विभिन्न वायु सेना के सर्वोत्तम अभ्यासों से सीखना है। उल्लेखनीय है कि 28 नवंबर, 2022 को राजस्थान के बीकानेर जिले में स्थित महाजन फिल्ड फायरिंग रेंज में भारत और आस्ट्रेलिया की सेना का संयुक्त युद्धाभ्यास हुआ था। बता दें कि दोनों देशों की सैन्य टुकड़ियों के बीच 11 दिसंबर, 2022 तक युद्धाभ्यास हुआ। ये ऑस्ट्रा हिन्द श्रृंखला का पहला अभ्यास था।संयुक्त युद्धाभ्यास का उद्देश्य
संयुक्त युद्धाभ्यास का उद्देश्य दोनों सेनाओं को शत्रुओं के खतरों को बेअसर करने के लिए आयोजित की गई। ये सामरिक संचालन करने के लिए रणनीति,तकनीक एवं प्रतिक्रियाओं के लिए सर्वोत्तम कार्य प्रणाली को साझा करने में सक्षम बनाएगा।रूस-यूक्रेन युद्ध और कर्ज को लेकर G20 के वित्त प्रमुखों ने की बैठक, मतभेदों के कारण नहीं बन सकी सहमति