घरेलू एयरलाइंस सर्दियों में आठ प्रतिशत ज्यादा उड़ानें करेंगी संचालित, DGCA ने शीतकालीन कार्यक्रम को दी मंजूरी
भारतीय विमानन कंपनियां उड़ानों की बढ़ती मांग को देखते हुए आने वाली सर्दियों में प्रति सप्ताह 23732 उड़ानें संचालित करेंगी। विमानन क्षेत्र के नियामक डीजीसीए ने विमानन कंपनियों के लिए उड़ानों के शीतकालीन कार्यक्रम को मंजूरी दे दी है। शीतकालीन सत्र 29 अक्टूबर से अगले साल 30 मार्च तक चलेगा। हालांकि इस उड़ान कार्यक्रम में दिवालिया प्रक्रिया से गुजर रही गो फर्स्ट शामिल नहीं की गई है।
By AgencyEdited By: Sonu GuptaUpdated: Tue, 24 Oct 2023 02:44 AM (IST)
पीटीआई, नई दिल्ली। भारतीय विमानन कंपनियां उड़ानों की बढ़ती मांग को देखते हुए आने वाली सर्दियों में प्रति सप्ताह 23,732 उड़ानें संचालित करेंगी, जो पिछले साल से आठ प्रतिशत अधिक है। विमानन क्षेत्र के नियामक डीजीसीए ने विमानन कंपनियों के लिए उड़ानों के शीतकालीन कार्यक्रम को मंजूरी दे दी है।
29 अक्टूबर से अगले साल 30 मार्च तक चलेगा शीतकालीन सत्र
शीतकालीन सत्र 29 अक्टूबर से अगले साल 30 मार्च तक चलेगा। हालांकि इस उड़ान कार्यक्रम में दिवालिया प्रक्रिया से गुजर रही गो फर्स्ट शामिल नहीं की गई है। उसकी उड़ानें तीन मई से ही बंद हैं। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने सोमवार को कहा कि शीतकालीन सत्र, 2023 के दौरान 118 एयरपोर्ट से प्रति सप्ताह 23,732 उड़ानें भरी जाएंगी।
इस साल 8.16 प्रतिशत की हुई वृद्धि
मालूम हो कि पिछले साल शीतकालीन सत्र में 106 एयरपोर्टों से प्रति सप्ताह 21,941 उड़ानों का संचालन हुआ था। इस तरह साप्ताहिक उड़ान संख्या के मामले में इस साल 8.16 प्रतिशत वृद्धि हुई है। ग्रीष्मकालीन सत्र, 2023 में देश के 110 हवाई अड्डों से 22,907 साप्ताहिक उड़ानें संचालित हो रही थीं।यह भी पढ़ेंः Iron Sting: क्या इजरायल के इस हथियार से बदल जाएगा युद्ध का रुख? आयरन डोम के साथ हुई इसकी तैनाती
शीतकालीन उड्डयन सत्र में सबसे ज्यादा 13,119 घरेलू उड़ानें इंडिगो संचालित करेगी, जो सालाना आधार पर 30.08 प्रतिशत अधिक है। वहीं एयर इंडिया सालाना आधार पर 18.94 प्रतिशत ज्यादा 2,367 उड़ानें संचालित करेगी।