Rafale-M सौदे पर भारत और फ्रांस के अधिकारियों के बीच हुई पहली बैठक, जुलाई में मिली थी डील को मंजूरी
पीएम मोदी के फ्रांस दौरे पर भारतीय नौसेना की ताकत में इजाफा करने के लिए 26 राफेल मरीन विमानों की खरीद के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई थी। इस सौदे को मंजूरी मिलने के बाद पहली बार फ्रांस के रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों के नेतृत्व में एक टीम ने भारतीय अधिकारियों से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान दोनों पक्षों के बीच राफेल मरीन सौदे पर चर्चा हुई।
By AgencyEdited By: Mohd FaisalUpdated: Mon, 28 Aug 2023 09:10 PM (IST)
नई दिल्ली, एजेंसी। पीएम मोदी के फ्रांस दौरे पर भारतीय नौसेना की ताकत में इजाफा करने के लिए 26 राफेल मरीन विमानों की खरीद के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई थी। इस सौदे को मंजूरी मिलने के बाद पहली बार फ्रांस के रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों के नेतृत्व में एक टीम ने भारतीय अधिकारियों से मुलाकात की।
दोनों पक्षों के बीच हुई राफेल पर चर्चा
सूत्रों ने बताया कि इस मुलाकात के दौरान दोनों पक्षों के बीच राफेल मरीन सौदे पर चर्चा हुई। सूत्रों ने बताया कि फ्रांसीसी टीम का नेतृत्व कर रहे अधिकारी के अनुसार, दोनों देशों के यह बैठक पिछले सप्ताह हुई थी और रक्षा साइबर एजेंसी (डीसीए) के लिए कई मुख्य बिंदुओं पर विचार किया गया।
राफेल डील के बाद पहली बार हुई बैठक
सूत्रों ने बताया कि यह पहली बार है जब दोनों पक्ष 26 राफेल मरीन विमानों की खरीद की घोषणा के बाद मिले हैं। इससे पहले भारत और फ्रांस के पक्ष की मुलाकात 26 राफेल विमान खरीदने की योजना की घोषणा के दौरान हुई थी।फ्रांस सरकार से अनुरोध करेगा भारतीय पक्ष
सूत्रों ने कहा कि भारतीय पक्ष को सौदे के लिए फ्रांस सरकार को एक पत्र या फिर अनुरोध प्रस्ताव भेजना होगा। इससे पहले भारत और फ्रांस ने रक्षा मंत्रालय की मंजूरी से पहले कई बैठकें की, जिसमें अमेरिका के एफ-18 के बजाए फ्रांस के राफेल विमान सौदे को मंजूरी दी गई थी।
विमान की उत्पादन दर को बढ़ाएगा फ्रांस
वहीं, फ्रांस ने कहा कि अगर जरुरी हुआ तो वह इसके उत्पादन की दर को तेज करेगा और मौजूदा दर को 18 विमान प्रति वर्ष से बढ़ाकर 30 विमान प्रति वर्ष कर सकता है।नौसेना प्रमुख रियर एडमिरल जनक बेवली करेंगे प्रतिनिधित्व
बता दें कि फ्रांस के साथ बातचीत में भारतीय नौसेना का प्रतिनिधित्व सहायक नौसेना प्रमुख रियर एडमिरल जनक बेवली करेंगे। इसके अलावा दोनों पक्षों को 2016 में भारतीय वायु सेना समझौते की तर्ज पर एक अनुबंध वार्ता टीम का गठन करना होगा। साल 2016 में भारत ने फ्रांस से 36 राफेल विमान खरीदे थे। ये सौदा 59,000 करोड़ रुपये में तय हुआ था।