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अरुणाचल प्रदेश में 17 हजार फीट की ऊंचाई पर मजबूती से डटी है भारतीय सेना, नाकाम हो रही चीन की कोशिश

अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भारत-चीन की सेना के झड़प के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सीडीएस सेना प्रमुख और एनएसए के साथ अहम बैठक की। सूत्रों ने कहा है कि भारत का अरुणाचल में 17000 फुट ऊंची चोटी पर मजबूती से कब्जा है।

By Jagran NewsEdited By: Manish NegiUpdated: Wed, 14 Dec 2022 08:09 AM (IST)
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अरुणाचल प्रदेश में 17 हजार फीट की ऊंचाई पर मजबूती से डटी है भारतीय सेना
नई दिल्ली, आइएएनएस। अरुणाचल प्रदेश में 17,000 फुट ऊंची चोटी पर भारतीय सेना और चीनी सेना के बीच हुई झड़प के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एनएसए, सेना प्रमुख और सीडीएस के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक की। सूत्रों ने कहा है कि भारत का अरुणाचल में 17,000 फुट ऊंची चोटी पर मजबूती से कब्जा है। बता दें कि चीन बार-बार इस 17,000 फुट ऊंची चोटी पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा है। रणनीतिक रूप से यह चोटी बेहद महत्वपूर्ण है।

भारतीय सेना के सूत्रों ने कहा कि नौ दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश के पश्चिमी हिस्से में तवांग से लगभग 35 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में यांग्त्से में एलएसी पर चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के लगभग 300 सैनिक तवांग सेक्टर में एलएसी के करीब आ गए थे। इसके परिणामस्वरूप भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच झड़प हुई। इसके बाद भारतीय और चीनी दोनों सेनाओं के एरिया कमांडरों ने एक फ्लैग मीटिंग की। दोनों पक्ष भी तुरंत इलाके से हट गए। दोनों सेनाओं के एरिया कमांडरों ने सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए चर्चा की।

CDS, आर्मी चीफ रहे मौजूद

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा बुलाई गई उच्च स्तरीय आपातकालीन बैठक में सीडीएस लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे और एनएसए अजीत डोभाल ने भाग लिया। यहां ये भी बता दें कि इस महीने की शुरुआत में चीन ने उत्तराखंड के औली में भारत-अमेरिकी संयुक्त सैन्य अभ्यास पर भी आपत्ति जताई थी। हालांकि भारत ने उत्तराखंड के औली में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास संयुक्त अभ्यास पर चीन की आपत्ति को सिरे से खारिज करते हुए कहा था कि उसने इन मुद्दों पर किसी तीसरे देश को वीटो नहीं दिया है।

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