Indian Army News: स्वदेशी आधुनिकीकरण को भारतीय सेना दे रही प्राथमिकता- वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ
रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत के तहत स्वदेशी निर्माण के साथ आधुनिकीकरण को बढ़ावा दिया जा रहा है। इस क्रम में वाइस चीफ आफ आर्मी स्टाफ ने एक इवेंट को संबोधित किया जिसमें कई ऐसे उद्योग शामिल हुए जो रक्षा क्षेत्र के लिए देश में निर्माण कर रहे हैं।
बेंगलुरु, पीटीआई। 'आत्मनिर्भर भारत' स्कीम के तहत देश के रक्षा क्षेत्र में हथियारों के स्वदेशी निर्माण के लिए निजी कंपनियों की एंट्री हो रही है। इसके मद्देनजर वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ, लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू ने सोमवार को बताया कि देश की सेना स्वदेशी निर्माण के जरिए आधुनिकीकरण के लिए तैयार है।
डिफेंस में प्राइवेट सेक्टर को अहमियत दे रही सेना
वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ, लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू (B S Raju) ने सोमवार को बताया कि भारतीय सेना स्वदेशी आधुनिकीकरण के लिए तैयार है और इसने डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग में प्राइवेट सेक्टर की अहमियत को पहचान लिया है। बेंगलुरु स्थित ASC सेंटर एंड कालेज की आर्मी डिजाइन ब्यूरो (ADB) के रीजनल टेक्नोलाॅजी नोड के उद्घाटन समारोह को वे संबोधित कर रहे थे।
रक्षा क्षेत्र में प्राइवेट सेक्टर की एंट्री
लेफ्टिनेंट जनरल राजू ने कहा, 'भारतीय सेना ने रक्षा निर्माण क्षेत्र में प्राइवेट सेक्टर की अहमियत को पहचान लिया है। हम प्राइवेट सेक्टर की भागीदारी चाहते हैं।' उन्होंने कहा कि रक्षा अनुसंधान व विकास बजट का 25 फीसद स्थानीय उद्योगों के लिए है। लेफ्टिनेंट जनरल राजू ने कहा, 'हमारा समझौता पारदर्शी होगा। हम आपको प्रोडक्ट मुहैया कराएंगे और दिए गए डेडलाइन के तहत उनके वांछित नंबर मुहैया कराने होंगे।'
उद्योगों को संबोधित करते हुए लेफ्टिनेंट जनरल ने कहा, 'आपको बढ़ने के लिए हम ढेर सारे मौके मुहैया कराएंगे।' उनके अनुसार, सरकार ने 400 प्रोडक्ट को आयात न कराने का फैसला लिया है। साथ ही यह भी कहा है कि इनका निर्माण देश में ही कराना होगा। उन्होंने कहा, 'भारत की सेना अगले दस सालों में आधुनिकीकरण के लिए तैयार हैं। जब मैं आधुनिकीकरण की बात करता हूं इसका मतलब है स्वदेशी आधुनिकीकरण।'