अब पाकिस्तान और चीन की खैर नहीं! भारतीय सेना में शामिल हुए 297 कैडेट अधिकारी
उप सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजा सुब्रमणि ने कहा कि भारतीय सेना नए खतरों का सामना करने के लिए सदैव तैयार रहती है। सेना पाकिस्तान और चीन दोनों सीमाओं पर मजबूत है। उन्होंने यह बात शनिवार को यहां अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी (ओटीए) में पासिंग आउट परेड से इतर कही। 39 महिला कैडेट अधिकारियों समेत 297 कैडेट अधिकारियों को सेना की विभिन्न इकाइयों और सेवाओं में शामिल किया गया।
एएनआई, चेन्नई। उप सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजा सुब्रमणि ने कहा कि भारतीय सेना नए खतरों का सामना करने के लिए सदैव तैयार रहती है। सेना पाकिस्तान और चीन दोनों सीमाओं पर मजबूत है। उन्होंने यह बात शनिवार को यहां अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी (ओटीए) में पासिंग आउट परेड से इतर कही। इस समारोह में 39 महिला कैडेट अधिकारियों समेत 297 कैडेट अधिकारियों को सेना की विभिन्न इकाइयों और सेवाओं में शामिल किया गया।
लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजा सुब्रमणि ने कहा, 'भारतीय सेना हमेशा नए खतरों के लिए तैयार है।' पाकिस्तान और चीन दोनों देशों से लगती सीमाओं पर हम मजबूत हैं। भारतीय सेना किसी भी खतरे का सामना करने के लिए तैयार है।'
महिला कैडेट अधिकारियों ने पूरा किया प्रशिक्षण
ओटीए के परमेश्वर ड्रिल स्क्वायर में आयोजित पासिंग आउट परेड की समीक्षा लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजा सुब्रमणि ने की। ओटीए ने कहा कि मित्र देशों के दस कैडेट अधिकारी और पांच महिला कैडेट अधिकारियों ने भी सफलतापूर्वक अपना प्रशिक्षण पूरा किया।'सैनिक आपकी सबसे मूल्यवान संपत्ति हैं'
मित्र देशों के कैडेट के प्रशिक्षण प्राप्त करने से अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर सौहार्द और सहयोग की भावना को बढ़ावा मिला है। इस मौके पर उप सेना प्रमुख ने अपने संबोधन में कैडेट अधिकारियों और ओटीए कर्मियों की अनुकरणीय उपलब्धियों के लिए सराहना की। उन्होंने कहा, 'आपको जल्द ही दुनिया के कुछ बेहतरीन सैनिकों की कमान संभालने का अवसर प्राप्त होगा। ये सैनिक आपकी सबसे मूल्यवान संपत्ति हैं। इसलिए अपनी कमान को युद्ध के लिए तैयार रहने के लिए कुशल, अनुशासित और धैर्यवान बनाएं।'