307 ATAGS: अब दुश्मनों की खैर नहीं! चीन, पाक सीमा पर तैनाती के लिए 307 ATAGS हॉवित्जर तोप खरीदेगी भारतीय सेना
रक्षा क्षेत्र में मेक-इन-इंडिया की दिशा में प्रमुख कदम उठाते हुए रक्षा मंत्रालय को भारतीय सेना से चीन और पाकिस्तान के साथ सीमाओं पर तैनाती के लिए 307 उन्नत टोड आर्टिलरी गन सिस्टम (एटीएजीएस) खरीदने का प्रस्ताव प्राप्त हुआ है। File Photo
By AgencyEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Wed, 01 Mar 2023 11:01 PM (IST)
नई दिल्ली, एएनआई। भारत-चीन सीमा एलएसी और पाकिस्तान सीमा पर भारतीय सेना अपनी तोपखाने की क्षमताओं को विस्तार करने पर काम कर रही है। रक्षा क्षेत्र में 'मेक-इन-इंडिया' की दिशा में प्रमुख कदम उठाते हुए, रक्षा मंत्रालय को भारतीय सेना से चीन और पाकिस्तान के साथ सीमाओं पर तैनाती के लिए 307 उन्नत टोड आर्टिलरी गन सिस्टम (एटीएजीएस) खरीदने का प्रस्ताव प्राप्त हुआ है।
जल्द मंजूरी मिलने की उम्मीद
रक्षा मंत्रालय को भारतीय सेना से 1 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक का प्रस्ताव प्राप्त हुआ है और इस पर चर्चा चल रही है। रक्षा अधिकारियों ने बताया कि इसे जल्द ही मंजूरी मिलने और सुरक्षा पर कैबिनेट समिति द्वारा मंजूरी के लिए भेजे जाने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि स्वदेशी हॉवित्जर के लिए यह पहला ऑर्डर होगा, जो करीब 50 किलोमीटर दूर तक निशाना साध सकता है और माना जाता है कि यह अपनी श्रेणी में सबसे अच्छी तोप है।
विभिन्न स्थानों पर तोप का परीक्षण
बता दें कि सेना विभिन्न ऊंचाई और इलाकों में तोप का परीक्षण कर रही है। अधिकारियों ने कहा कि उपयोगकर्ताओं द्वारा दिए गए सुझावों के अनुसार उन्हें अपग्रेड किया गया है। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा दो निजी फर्मों Tata Advanced Systems और Bharat Forge Group के साथ कच्चे होवित्जर की तकनीक और जानकारी साझा की गई है और वे 320 से अधिक उच्च गतिशीलता वाले वाहनों सहित बलों को सिस्टम की आपूर्ति करेंगे।डीआरडीओ की भूमिका अहम
बता दें कि पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज (PFFR) में 26 अप्रैल से 2 मई के बीच 155mm/52 कैलिबर एडवांस्ड टोएड आर्टिलरी गन सिस्टम (ATAGS) का परीक्षण पूरा किया गया। ATAGS भारतीय सेना के तोपखाने आधुनिकीकरण कार्यक्रम के तहत DRDO द्वारा मिशन मोड में शुरू की गई एक स्वदेशी टोड आर्टिलरी गन सिस्टम परियोजना है।बता दें कि आर्मामेंट रिसर्च एंड डेवलपमेंट एस्टैब्लिशमेंट (एआरडीई) पुणे अन्य डीआरडीओ प्रयोगशालाओं के साथ एटीएजीएस के डिजाइन और विकास के लिए डीआरडीओ की नोडल प्रयोगशाला है।