Tawang: भारत-चीनी सेना के VIRAL VIDEO ने भरा तवांग के लोगों में जोश, कहा- चीन के खिलाफ जवानों का देंगे साथ
अरुणाचल प्रदेश में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच 9 दिसंबर को हुए संघर्ष को काफी दिन बीत चुके हैं। लेकिन इसे लेकर कई तरह के वीडियो भी वायरल हुए। एक वीडियो को तवांग का बताकर वायरल किया गया था।
By Jagran NewsEdited By: Mohd FaisalUpdated: Sun, 18 Dec 2022 09:59 AM (IST)
तवांग (अरुणाचल प्रदेश), एजेंसी। भारत-चीन की सेना के बीच अरुणाचल प्रदेश के तवांग में हुई झड़प के बाद एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। जिसमें भारत और चीन के सैनिक दिखाई दे रहे हैं। हालांकि, ये वायरल वीडियो तवांग में 9 दिसंबर को हुए संघर्ष का है या नहीं। इसकी भारतीय सेना ने पुष्टि नहीं की है, लेकिन तवांग संघर्ष के 9 दिन बीत जाने के बाद भी इसको लेकर चर्चा हो रही है।
वायरल वीडियो पर दी स्थानीय लोगों ने प्रतिक्रिया
वायरल वीडियो पर अरुणाचल प्रदेश के झेमिथंग गांव के निवासी कोंचुक त्सेरिंग ने प्रतिक्रिया। कोंचुक त्सेरिंग ने वायरल वीडियो का जिक्र करते हुए बताया कि हालिया घटना के वीडियो ने स्थानीय लोगों को जोश से भर दिया है। हम अपनी सरकार और सेना पर भरोसा करते हैं और सेना-आईटीबीपी के साथ बहुत अच्छे संबंध साझा करते हैं। हम कभी-कभी उनसे कहते हैं कि हमें भी प्रशिक्षित करें।
वायरल वीडियो ने भरा स्थानीय लोगों में जोश
समाचार एजेंसी एएनआइ से बातचीत करते हुए कोंचुक त्सेरिंग ने आगे कहा कि हमें अपने जवानों पर गर्व है और जो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। उसने स्थानीय लोगों में जोश भर दिया है। उन्होंने कहा कि पहले भी भारत-चीन सैनिकों के बीच इस तरह की घटनाएं सामने आई, लेकिन यहां के लोग भारतीय सेना के साथ हैं और अपनी सेना का साथ देने के लिए हम यहीं रहेंगे और चीन का डटकर मुकाबला करेंगे।#WATCH | Tawang, Arunachal: Konchuk Tsering, a local of Zemithang, India's last village just 10 km from LAC, says, "Videos of recent incident filled the local with vigour. We trust our Govt & Army&share very good relations with Army-ITBP.We sometimes tell them to train us too..." pic.twitter.com/l3K6UOi1kL
— ANI (@ANI) December 18, 2022
हमें सरकार और भारतीय सेना पर पूरा भरोसा
उन्होंने कहा कि हमें अपनी सरकार और भारतीय सेना पर पूरा भरोसा है। स्थानीय लोगों के भारतीय सेना के साथ अच्छे संबंध हैं। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोग कई बार भारतीय सेना से उन्हें भी ट्रेनिंग देने की मांग कर चुके हैं।