Indian Navy: हिंद महासागर में मजबूत हुआ भारतीय नौ सेना का सुरक्षा कवच, तीन बड़े सफल ऑपरेशन को दिया अंजाम
लाल सागर में हाउती आतंकियों की वजह से इस इलाके के समूचे समुद्री क्षेत्र में अस्थिरता का माहौल तब भारतीय नौ सेना ने हिंद महासागर के आस पास अंतरराष्ट्रीय नाविकों को सुरक्षा देने वाली सबसे भरोसेमंद एजेंसी बन गई है। पिछले कुछ दिनों में भारतीय नौ सेना तीन बड़े सफल ऑपरेशन कर चुकी है और जहाजों को निशाने बनाने में जुटे समुद्री दस्यु गिरोहों के लिए काल बन गई है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। लाल सागर में हाउती आतंकियों की वजह से इस इलाके के समूचे समुद्री क्षेत्र में अस्थिरता का माहौल तब भारतीय नौ सेना ने हिंद महासागर के आस पास अंतरराष्ट्रीय नाविकों को सुरक्षा देने वाली सबसे भरोसेमंद एजेंसी बन गई है।
पिछले कुछ दिनों में भारतीय नौ सेना तीन बड़े सफल ऑपरेशन कर चुकी है और लाल सागर की अस्थिरता की आड़ में हिंद महासागर में छोटे जहाजों को निशाने बनाने में जुटे समुद्री दस्यु गिरोहों के लिए काल बन गई है।
मछली पकड़ने के जहाज अल-नईमी को सुरक्षित बचाया
भारतीय नौ सेना की तरफ से मंगलवार को बताया गया है कि पहले अरब सागर में युद्ध पोत आईएनएस सुमित्रा ने सोमाली समुद्री लुटेरों के खिलाफ सफल कार्रवाई करके अल-नईमी नाम के एक मछली पकड़ने के जहाज को सुरक्षित बचाया। 11 समुद्री लुटेरों ने 19 पाकिस्तानी मछुआरों को बंधक बना रखा था जिन्हें अब सुरक्षित उनके देश रवाना कर दिया गया है।अपहरण किए गए जहाज को सुरक्षित किया गया
मंगलवार को ही देर शाम भारतीय नौ सेना ने एक और जानकारी यह दी कि सेशल्स के सुरक्षा गार्डों व श्रीलंका नौ सेना की मदद से एक अपहरण किए गए जहाज को सुरक्षित किया गया है। यह कार्रवाई सोमालिया के समुद्री कट से 955 नॉर्टिक्ल माइल्स पूर्व में स्थित समुद्री क्षेत्र में की गई थी।
भारत ने आईएनएस शारदा जहाज को खोज में लगाया
यह भी मछली मारने वाला जहाज था जिसे 27 जनवरी को समुद्री दस्यु गिरोहों ने कब्जा कर लिया था। भारतीय नौ सेना ने 28 जनवरी को आईएनएस शारदा नाम के जहाज को इसकी खोज में लगाया। इसमें नई दिल्ली में हिंद महासागर में स्थित देशों के बीच सूचना साझा करने के लिए गठित केंद्र आईएफसी-आईओआर की भी मदद ली गई। अपहरण किए गए जहाज का पता 29 जनवरी को लगा।