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रेलवे ने जारी किया नया टाइम टेबल, 22 ट्रेनों की बढ़ाई गति; 64 वंदे भारत एक्सप्रेस को भी किया गया शामिल

रेल मंत्रालय ने मंगलवार को ट्रेनों की नई समय सारिणी जारी की। नई समय सारिणी में 64 वंदे भारत समेत 70 अन्य ट्रेन सेवाओं को शामिल किया गया है। रेल मंत्रालय ने कहा कि नई समय सारिणी विभिन्न शहरों के बीच कनेक्टिविटी बढ़ाने और यात्रा समय को कम करने के लिए तैयार की गई है। यात्रियों को ट्रेनों के आगमन और प्रस्थान की जांच करने की सलाह दी गई है।

By AgencyEdited By: Sonu GuptaPublished: Tue, 03 Oct 2023 11:46 PM (IST)Updated: Wed, 04 Oct 2023 12:04 AM (IST)
रेल मंत्रालय ने ट्रेनों की नई समय सारिणी जारी की है। फाइल फोटो।

पीटीआई, नई दिल्ली। रेल मंत्रालय ने मंगलवार को ट्रेनों की नई समय सारिणी जारी की। नई समय सारिणी में 64 वंदे भारत समेत 70 अन्य ट्रेन सेवाओं को शामिल किया गया है। नई समय सारिणी को ट्रेंस एट ए ग्लांस (टीएजी) के नाम से जाना जाएगा। इसके तहत कई ट्रेनों की सेवाओं में विस्तार किया गया है और कुछ ट्रेनों की गति को बढ़ाया गया है। एक अक्टूबर से प्रभावी नई समय सारिणी रेल मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध है।

नई समय सारिणी पर क्या कहा रेल मंत्रालय?

रेल मंत्रालय ने कहा कि नई समय सारिणी विभिन्न शहरों के बीच कनेक्टिविटी बढ़ाने और यात्रा समय को कम करने के लिए तैयार की गई है। यात्रियों को नई समय सारिणी के अनुसार, ट्रेनों के आगमन और प्रस्थान की जांच करने की सलाह दी गई है। इसके तहत 90 ट्रेनों को अन्य गंतव्यों तक और 12 ट्रेनों के फेरों को बढ़ाया गया है। इसके साथ ही 22 ट्रेनों को सुपरफास्ट श्रेणी में शामिल कर उनकी गति में वृद्धि की गई है।

दक्षिण पूर्व रेलवे की कई ट्रेनों के समय में संशोधन

भारतीय रेलवे ने कहा कि प्रमुख ट्रेन अगरतला-आनंद विहार राजधानी को मालदा और भागलपुर के रास्ते डायवर्ट किया गया है। इसके साथ ही दक्षिण पूर्व रेलवे की कई ट्रेनों के समय में भी संशोधन किया गया है। माल ढुलाई कर गत वर्ष से 2706 करोड़ अधिक कमाएरेलवे ने अप्रैल से सितंबर के बीच 758.2 मीट्रिक टन माल लदान किया। हालांकि, गत वर्ष की इसी अवधि में यह 736.68 मीट्रिक टन दर्ज किया गया था।

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माल ढुलाई रेलवे को हुआ फायदा

आंकड़ों पर गौर करें तो माल लदान में 21.52 मीट्रिक टन का सुधार हुआ है। रेलवे ने माल ढुलाई से गत वर्ष 78,991 करोड़ रुपये के मुकाबले इस वर्ष 81,697 करोड़ रुपये कमाए। अप्रैल से सितंबर के बीच गत वर्ष की तुलना में रेलवे ने 2706 करोड़ रुपये अधिक कमाए।

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