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डिजिटल इंडिया की ओर बड़ा कदम, रेलवे में पहली नवंबर से सारे काम पेपरलेस होंगे; बोर्ड ने जारी किया निर्देश

रेलवे बोर्ड के सलाहकार (प्रशासन) के अनुसार कर्मचारियों के बीच पत्र व्यवहार भी ई-मेल या ई-फाइलिंग के माध्यम से ही करेगा। सेंट्रल रजिस्ट्री में पत्र एवं फाइलें आफलाइन मंजूर नहीं होंगी। हालांकि अनुशासन एवं अपील से जुड़े मामलों और निगरानी जांच कार्य को अभी अलग रखा गया है।

By Jagran NewsEdited By: Arun kumar SinghPublished: Thu, 27 Oct 2022 06:53 PM (IST)Updated: Thu, 27 Oct 2022 06:53 PM (IST)
एक नवंबर से रेलवे में आफलाइन कार्य-व्यवहार पूरी तरह बंद हो जाएंगे।

 जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। डिजिटल इंडिया की ओर तेजी से कदम बढ़ाते हुए रेलवे अपने शत प्रतिशत काम को पेपरलेस करने जा रहा है। एक नवंबर से रेलवे में आफलाइन कार्य-व्यवहार पूरी तरह बंद हो जाएंगे। रेलवे बोर्ड ने इसके लिए सभी जोनों के महाप्रबंधकों को पत्र लिखकर पेपरलेस काम शुरू करने की अवधि निर्धारित कर दी है। सेंट्रल रजिस्ट्री में भी अब पत्र एवं फाइलों के माध्यम से काम नहीं होंगे। पुरानी फाइलों को डिजिटल स्वरूप में लाने का निर्देश दिया गया है। इससे रेलवे में डायरी प्रथा खत्म हो जाएगी एवं समस्त सूचनाएं सर्वर में होंगी।

रेलवे में डायरी प्रथा खत्म, अब सर्वर में होंगी सारी सूचनाएं

रेलवे बोर्ड के सलाहकार (प्रशासन) के निर्देश के अनुसार रेलवे अपने कर्मचारियों के बीच पत्र व्यवहार भी ई-मेल या ई-फाइलिंग के माध्यम से ही करेगा। सेंट्रल रजिस्ट्री में पत्र एवं फाइलें आफलाइन मंजूर नहीं होंगी। हालांकि, अनुशासन एवं अपील से जुड़े मामलों और निगरानी जांच कार्य को अभी अलग रखा गया है। रेलवे बोर्ड ने पेपरलेस काम के लिए तीन साल पहले ही करार किया था, किंतु कोरोना संक्रमण के चलते काम में वैसी तेजी नहीं आ सकी थी। फिर भी रेलवे के अस्पतालों, टिकट एवं परिवहन से संबंधित कार्यों को डिजिटल माध्यम से किया जा रहा था। इस दौरान बड़े स्टेशनों में भी बहुत हद तक डिजिटल काम को प्रोत्साहन दिया जा सका था। किंतु छोटे स्टेशनों के अधिकतर काम पुराने तरीके से ही निपटाए जा रहे थे।

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रेलवे में अभी भी निपटाए जा रहे लगभग 20 प्रतिशत काम आफलाइन

नए आदेश के बाद अब सारे काम आनलाइन होंगे। एक रिपोर्ट के मुताबिक अभी भी लगभग 20 प्रतिशत काम आफलाइन निपटाए जा रहे हैं। इससे काम में अनावश्यक देरी होती है। खर्चे भी बढ़ते हैं। अब पूरी तरह पेपरलेस करने को ध्यान में रखते हुए छोटे-छोटे स्टेशनों को भी डिजिटल करने का निर्देश दिया गया है। इसके लिए रेलवे कर्मचारियों को चिकित्सा के लिए पंजीयन कराने की सुविधा, डिजिटलाइजेशन ऐप के जरिए सामान्य श्रेणी के टिकट के अलावा आटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीन पहले ही उपलब्ध कराया जा चुका है।

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