Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Indian Railways का कबाड़ बन रही सोना, 13 दिनों में रेलवे ने की 66 लाख रुपये की कमाई; 30 अक्टूबर तक चलेगा विशेष अभियान

रेल मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान में रविवार को बताया कि उसने अपने विशेष स्वच्छता अभियान 3.0 के पहले 13 दिनों में कबाड़ बेचकर ​​66 लाख रुपये से अधिक का राजस्व प्राप्त किया है। विशेष स्वच्छता अभियान 3.0 की शुरुआत 1 अक्टूबर को हुई और यह 31 अक्टूबर तक चलेगा। इसमें 318504 वर्ग फुट जगह खाली करने का लक्ष्य रखा गया है।

By AgencyEdited By: Shalini KumariUpdated: Mon, 16 Oct 2023 09:17 AM (IST)
Hero Image
कबाड़ बेचकर भारतीय रेलवे ने कमाए 66 लाख रुपये

पीटीआई, नई दिल्ली। रेल मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान में रविवार को बताया कि उसने अपने विशेष स्वच्छता अभियान 3.0 के पहले 13 दिनों में कबाड़ बेचकर 66 लाख रुपये से अधिक का राजस्व प्राप्त किया है।

इस आधिकारिक बयान में कहा गया है कि कबाड़ बेचने के बाद, मंत्रालय ने 3,97,619 वर्ग फुट जगह भी खाली कर ली, जिस जगह को अब किसी अन्य कार्य के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। विशेष स्वच्छता अभियान 3.0  की शुरुआत 1 अक्टूबर को हुई और यह 31 अक्टूबर तक चलेगा।

10 हजार से अधिक स्थानों पर अभियान चलाने का लक्ष्य

बयान के मुताबिक, रेलवे के जोनल मुख्यालय, मंडल कार्यालय, उत्पादन इकाइयां, अनुसंधान डिजाइन और मानक संगठन, प्रशिक्षण संस्थान और 7,000 से अधिक स्टेशनों को अभियान के तहत कवर किया जा रहा है। रेलवे ने 31 अक्टूबर तक 10,722 स्वच्छता अभियान चलाने का लक्ष्य रखा है। इस अभियान के तहत कार्यालयों और कार्यस्थलों में कबाड़ से छुटकारा पाने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा और 3,18,504 वर्ग फुट जगह खाली करने का लक्ष्य रखा गया है।

13 दिनों में पांच हजार से अधिक स्थानों पर चला अभियान

बयान में कहा गया, "इन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए, 13 अक्टूबर, 2023 तक अभियान के दौरान 5,297 से अधिक स्वच्छता अभियान चलाए गए हैं। अभियान के दौरान 1.02 लाख से अधिक सार्वजनिक शिकायतों का समाधान किया गया।"

यह भी पढ़ें: 'चंद्रयान-3 को आपने कैसे बनाया, इसके सस्ते उपकरण अमेरिका को क्यों नहीं बेचते'; ISRO से NASA ने किया था अनुरोध

66 लाख रुपये से अधिक का राजस्व प्राप्त

साथ ही कहा गया है, "इस अभियान के दौरान, कार्यालयों और कार्यस्थलों में स्क्रैप निपटान पर विशेष ध्यान दिया गया, जिसके परिणामस्वरूप 3,97,619 वर्ग फुट जगह खाली हुई और साथ ही कार्यालय के कबाड़ को बेचकर लगभग 66.83 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है।" मंत्रालय ने कहा, "रिकॉर्डिंग और निराई के उद्देश्य से 51,954 से अधिक फाइलों की समीक्षा की गई है।"

यह भी पढ़ें: वायु सेना के लड़ाकू विमान 'अंगद' और 'उत्तम' से होंगे लैस, स्वदेशी रूप से किया जा रहा विकसित